लखनऊ। आज लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने समाज कार्य विभाग के द्वारा विगत 15 दिनों से चलाए जा रहे बॉक्स आफ हैप्पीनेस वीक का समापन करते हुए हैप्पीनेस वैन को हरी झंडी दिखाकर समुदाय में रवाना किया।
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प्रोफेसर राय ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय अपने संस्थागत सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए इस सर्दियों में समुदाय के लोगों की जाड़े से बचाव हेतु आवश्यक सामग्री यथा गर्म कपड़े एवं बच्चों हेतु स्टेशनरी सामग्री इत्यादि का एकत्रीकरण कर रहा था।
आज हैप्पीनेस वन को समुदाय में भेजते हुए एकत्रित सामग्रियों का वितरण प्रारंभ किया जा रहा है जो की लखनऊ स्थित विभिन्न स्लम एवं समुदाय में रहने वाले जरूरतमंद लोगों के प्रयोग की है। अपने समुदाय में लोगों के मध्य खुशियों की भेंट स्वरूप दान की गई वस्तुओं एवं कपड़ों के वितरण हेतु शिक्षकों को समुदाय में स्वयं जाकर वितरण करने हेतु प्रेरित किया।
विगत 2 दिसंबर को समाज कार्य विभाग ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ तथा अभ्युदय गुल्लक पाठशाला फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में बॉक्स आफ हैप्पीनेस सप्ताह के रूप में एक अनोखी पहल की शुरुआत की थी। सप्ताह की शुरुआत लखनऊ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो आलोक कुमार राय द्वारा समुदाय के बच्चों में गर्म कपड़े वितरित करके की गई।
प्रो राय ने अभ्युदय गुल्लक पाठशाला की संस्थापक सलोनी को विश्वविद्यालय व समाज कार्य विभाग की तरफ से हैप्पीनेस बॉक्स देते हुए उन्हें समुदाय के बीच बच्चों में वितरित करने की अपील की थी। प्रोफेसर राय ने इस सप्ताह की बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से यह अपील है किया था कि वह समुदाय के लोगों में सहयोग हेतु अपने स्वेच्छा अनुरूप गर्म कपड़े कॉपी किताब व पाठ्य सामग्री सेनेटरी पैड इत्यादि विश्वविद्यालय में स्थापित हैप्पीनेस बॉक्स में रख सकते हैं, जिसके क्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक छात्र-छात्राओं एवं कर्मचारियों द्वारा विभिन्न वस्तुओं का दान किया गया।
उक्त सप्ताह के विषय में प्रो राकेश द्विवेदी विभागाध्यक्ष समाज कार्य विभाग ने बताया कि 2 दिसंबर से 9 दिसंबर तक लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य एवं द्वितीय परिसर में चिन्हित पांच-पांच स्थानों पर हैप्पीनेस बॉक्स रखे गए थे। जिसकी सफलता के दृष्टिगत 16 दिसंबर तक विस्तारित कर दिया गया था। आपने बताया कि इस सप्ताह को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य अपने संस्थागत सामुदायिक उत्तरदायित्व के निर्वहन हेतु जाड़े के मौसम में समुदाय में रहने वाले बच्चों को सर्दियों से बचाना है।
यहां वितरित की गई सामग्रियां एवं कपड़े: कपूरथला ब्रांच गुल्लक पाठशाला, पूरनिया ब्रांच गुल्लक पाठशाला, गोमती नगर ब्रांच गुल्लक पाठशाला, निशातगंज ब्रांच गुल्लक पाठशाला।
इन बॉक्स में इच्छुक लोगों ने अपने सामर्थ्य अनुसार अपनी जो भी वस्तु यथा कपड़े स्टेशनरी इत्यादि दान करना चाहता था, वह इसमें रखा था। विश्वविद्यालय की ओर से यह सब सामग्री एकत्रित कर समुदाय के बच्चों एवं सदस्यों में वितरित की जा रही है।