नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन संघ में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। देश के शीर्ष खिलाड़ियों में शूमार एचएस प्रणय और बी साई प्रणीत ने संघ पर गंभीर आरोप लगाया है। इन दोनों खिलाड़ियों का कहना है कि BAI की प्रशासनिक गड़बड़ियों के कारण उनसे एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में भाग लेने का मौका छीन लिया। उधर संघ ने इन आरोपों का खंडन किया है।
भारतीय बैडमिंटन संघ ने आयोजकों को
बता दें कि भारतीय बैडमिंटन संघ ने आयोजकों को प्रणय और प्रणीत की एंट्री की पुष्टि नहीं की। 4 लाख डॉलर (करीब 2 करोड़ 77 लाख रुपए) इनामी राशि की एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप चीन के वुहान में शुरू हुई। अब इस चैंपियनशिप में पुरुष एकल में किदांबी श्रीकांत और समीर वर्मा भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
प्रणय ने कहा- प्रक्रिया के मुताबिक, बैडमिंटन एशिया परिसंघ ने आवंटन भेजकर उन खिलाड़ियों के बारे में बताया है जो किसी देश से क्वालीफाई हुए हैं। अन्य सभी देश जैसे जापान, इंडोनेशिया, मलेशिया की चार एंट्री हैं, जबकि इंडोनेशिया और मलेशिया के खिलाड़ियों की रैंकिंग मेरे और प्रणीत से भी नीचे है। इसलिए मैंने नियमों के बारे में जानकारी ली और यह पता चला कि भारतीय संघ ने हमारी एंट्री की पुष्टि के लिए जवाब नहीं दिया।
उधर संघ का कहना है कि बैडमिंटन एशिया ने पुरुष एकल में सिर्फ 2 एंट्री के लिए कहा था। इस पर किदांबी श्रीकांत और समीर वर्मा के नाम उनकी विश्व रैंकिंग के आधार पर भेजे गए। BAI के मुताबिक- बैडमिंटन एशिया से मिले मेल के आधार पर पुरुष और महिला एकल के लिए हमें सिर्फ 2-2 नाम, पुरुष और महिला युगल के लिए 3-3 नाम और मिक्स्ड युगल के लिए 4 खिलाड़ियों के नाम भेजने को कहा गया था। 26 फरवरी की विश्व रैंकिंग के आधार पर ड्रॉ निकाला गया, जिसमें श्रीकांत (विश्व रैंकिंग 6) और समीर (विश्व रैंकिंग 11) रैंकिंग की योग्यता के आधार पर ड्रॉ में जगह बनाने में सफल हुए और उनके नाम चैंपियनशिप के लिए भेजे गए।