नई दिल्ली: बीजेपी नेता अमित मालवीय ने बुधवार को अपने ‘एक्स’ हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री मणि शंकर अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की शिक्षा को लेकर सवाल उठाए है। इस वीडियो में मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि राजीव गांधी को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भी असफलता का सामना करना पड़ा, जबकि वहां पास होना आसान माना जाता है। इसके बाद वह इंपीरियल कॉलेज, लंदन गए, लेकिन वहां भी वह सफल नहीं हो सके। मणिशंकर अय्यर ने यह भी सवाल किया कि इतने कमजोर शैक्षिक रिकॉर्ड वाले व्यक्ति को प्रधानमंत्री कैसे बनाया गया।
हालांकि, राजीव गांधी की शैक्षिक कठिनाइयों ने उन्हें राजनीति में आने से नहीं रोका। 1984 में अपनी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद वह भारत के प्रधानमंत्री बने थे।
भारत-चीन युद्ध पर भी मणि शंकर अय्यर ने दिया था विवादित बयान
इससे पहले, मणि शंकर अय्यर ने 1962 के भारत-चीन युद्ध को लेकर भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने इसे ‘चीन की तरफ से कथित आक्रमण’ कहा था, जिस पर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी। यह बयान मणि शंकर अय्यर ने यह टिप्पणी कल्लोल भट्टाचार्जी की किताब ‘नेहरू के पहले भर्ती: स्वतंत्र भारत की विदेश नीति बनाने वाले राजनयिक’ के विमोचन के दौरान की। मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा, ‘अक्तूबर 1962 में, चीन ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया।
1962 का भारत-चीन युद्ध अक्तूबर और नवंबर 1962 के बीच हुआ था। चीनी सैनिकों ने ‘मैकमोहन रेखा’ पार करके हमला किया और अक्साई चिन क्षेत्र पर कब्जा कर लिया, जो भारत का हिस्सा है। उन्होंने उस समय की एक घटना को याद कर रहे थे, जब उन्होंने भारतीय विदेश सेवा की परीक्षा दी थी।