लखनऊ। मुरादाबाद स्थित तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय (TMU) नित नई वैश्विक बुलंदियों की ओर अपने कदम बढ़ा रहा है। टीएमयू के स्टुडेंट्स को एक और बड़ी सौगात मिली है। अब टीएमयू के स्टुडेंट्स (TMU Students) और फैकल्टीज़ यूनिवर्सिटी ऑफ फिलीपींस (University of Philippines) का भ्रमण कर सकेंगे। साथ ही यूनिवर्सिटी ऑफ फिलीपींस के स्टुडेंट्स और फैकल्टीज़ टीएमयू का दौरा करेंगे। इसके लिए तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ फिलीपींस के बीच एक ऐतिहासिक MOU साइन हुआ है।
एमओयू के तहत कोलाबोरेटिव रिसर्च, ट्रेनिंग, फॉरेंसिक इंवेसटिगेशन, नॉलेज स्किलिंग, स्टुडेंट्स एंड फैकल्टीज़ इंटरचेंज, ज्वाइंट प्रोजेक्ट आदि की सहमति बनी है। एमओयू पर टीएमयू की ओर से डीन एकेडमिक्स प्रो मंजुला जैन, जबकि यूनिवर्सिटी ऑफ फिलीपींस की ओर से यूनिवर्सिटी ऑफ फिलीपींस के कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज की डीन डॉ मां टेरेसा जीडी गुजमान ने हस्ताक्षर किए हैं।
टीएमयू के वीसी प्रो वीके बोले, एमओयू के बाद फॉरेंसिक स्टुडेंट्स फॉरेंसिक इन्नोवेशन से अपडेट होंगे। साथ ही टीएमयू की फैकल्टीज़ यूनिवर्सिटी ऑफ फिलीपींस के कॉलेज ऑफ आर्ट एंड साइंस में मास्टर इन फॉरेंसिक बिहेवियरल साइंस को डवलप करने में मदद करेगी। यूनिवर्सिटी ऑफ फिलीपींस के कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज़ की डीन डॉ मां टेरेसा जीडी गुजमान ने उम्मीद जताई, यह एमओयू हमारे स्टुडेंट्स और फैकल्टीज के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
एमओयू साइन के मौके पर कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज़ के एसोसिएट डीन डॉ जय टी डालेट, टीएमयू के एसोसिएट डीन डॉ अमित कंसल, पैरामेडिकल के प्रिंसिपल प्रो नवनीत कुमार, शेरलॉक इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस, दिल्ली के सीईओ डॉ रंजीत कुमार सिंह, फॉरेंसिक साइंस के एचओडी रवि कुमार, योगेश कुमार, आकाश चौहान आदि की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
इस एमओयू के बाद टीएमयू के स्टुडेंट्स कम्युनिटी फॉरेंसिक, हेरिटेज फॉरेंसिक और क्राइम सीन इन्वेसटिगेशन के बारे में ज्ञान का आदान-प्रदान करेंगे। इसके अलावा ऑनलाइन और ऑफलाइन कॉन्फ्रेंस, सेमिनार, व्याख्यान और गेस्ट लेक्चर्स का भी प्रावधान किया गया है। साथ ही साझा प्रोजेक्ट पर काम कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है, टीएमयू में कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज के फॉरेंसिक साइंस विभाग में यूजी, पीजी के संग-संग पीएचडी सरीखे प्रोग्राम भी चल रहे हैं। इन कोर्सेज़ में यूपी के अलावा दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर आदि के स्टुडेंट्स भी अध्ययनरत हैं।