द्वापर युग में हस्तिनापुर के महमंत्री विदुर ने राजा धृतराष्ट्र को राजपाट सुचारु रूप से चलाने के लिए कई नीतिसंगत व तर्कसंगत बातों का ज्ञान दिया। विदुर का ज्ञान इतना ठोस वअसली ज़िंदगी से जुड़ा हुआ था कि वर्तमान समय में भी बहुत ज्यादा प्रासंगिक है। आज के समय में इंसान पैसे के पीछे भाग रहा है व पैसा आने के बाद भी उससे दूर जा रहा है। ऐसे में धन को लेकर भी महात्मा विदुर ने कुछ नीतियां बतायी थीं जिनका पालन करने से लोग बहुत ज्यादा अमीर हो सकते हैं:महात्मा विदुर ने बताया कि मनुष्य को हमेशा सत्य की राह पर चलना चाहिए। कई बार जल्दी सफलता हासिल करने के लिए लोग शॉर्टकट या गलत रास्ता तो अख्तियार कर लेते हैं लेकिन इस तरह कमाया हुआ यश व पैसा हमेशा बर्बादी का कारण बनता है। जैसे ही लोगों के पाप का स्तर बहुत बढ़ जाता है। उनके कुकर्म सामने आने लगते हैं।
पैसा कमाना जितना महत्वपूर्ण है उतना ही महत्वपूर्ण है उसे सहेजना भी। इसलिए बेहतर है कि धन के निवेश से पहले हजार बार सोचें इसके बाद ही कोई पक्का निर्णय लें। पैसे का ठीक प्रयोग उसका अच्छी योजनाओं में निवेश ही है।
महात्मा विदुर ने बताया कि धन के संचय के लिए मन रुपी इंद्रिय पर काबू रखना बेहद महत्वपूर्ण है। आज के समय में कई लोग ऐसे हैं जो पैसे हाथ में आए नहीं कि शॉपिंग करना व बाहर खाने पीने में पैसे उड़ाना प्रारम्भ कर देते हैं। धन के लिए बचत करना सीखें।
अगर आप चाहते हैं कि आपके पास कभी धन की कमी न हो तो खुद की इच्छाओं पर धैर्य रखना सीखें। कभी भी दूसरे के सुखों व उनकी जीवनशैली को खुद के ज़िंदगी में उतारने की कोशिश न करें। अपनी प्राथमिकताओं पर विचार करने के बाद उन पर अमल करें।