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जानिये सुनील गावस्कर की ज़िंदगी के कुछ ख़ास और अहम हिस्से,जिसके कारण वे…

टेस्ट क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज़ों में से एक, सुनील गावस्कर बुधवार को अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं एक समय भारतीय बल्लेबाज़ी की रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले गावस्कर, न सिर्फ हिंदुस्तान के, बल्कि दुनिया क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाज़ों मे शुमार किए जाते हैं टेस्ट क्रिकेट मे सबसे पहले 10,000 रन बनाने वाले गावस्कर जहां आज 70 वर्ष की आयु में भी क्रिकेट के समीप हैं 
आइए, नज़र डालते हैं उनके ज़िंदगी के एक ऐसे किस्से, जिसके कारण गावस्कर वो गावस्कर बन पाए जिसको पूरी संसार जानती है

जब जन्म के समय ही हो गया एक्सीडेंट 

जिस गावस्कर ने इमरान खान  मैल्कम मार्शल जैसे गेंदबाज़ों को परेशान किया, शायद वो कभी संसार के सामने आ ही नहीं पाता, अगर उनके अंकल ने उन्हें जन्म के समय खोने से बचाया नहीं होता सुनील गावस्कर, जिनका जन्म 10 जुलाई,1949 को हुआ था, वो जन्म के समय खो गए थे गावस्कर ने अपनी आत्मकथा, (Sunny Days) में उन दिनों को याद करते हुए लिखा है, ‘मैं शायद कभी एक क्रिकेटर नहीं बन पाता  ये किताब तो कभी आप लोगों के सामने नहीं आ पाती अगर मेरे एक रिश्तेदार, नारायण मसूरेकर, मेरे जन्म के दिन मेरी ज़िंदगी में न आए होते ‘ सुनील ने आगे लिखा कि ऐसा लगता है कि नान-काका (जैसा कि मैं उन्हें बुलाया करता था), जो मुझे मेरे जन्म के दिन हॉस्पिटल में देखने आए थे, उन्होंने मेरे बाएं कान के पास एक छेद देखा था ‘

उन्होंने आगे बताया कि कैसे उनके नान-काका ने उन्हें एक मछुवारी के बच्चे से एक्सचेंज होने से बचा लिया ‘अगले दिन वो फिर से हॉस्पिटल आए  उन्होंने मेरी मां के पालने में रखे बच्चे को गोद में लिया वो ये देखकर भय गए कि उस बच्चे के कान के पास वो छेद नही थे जो उन्होंने मेरे कान के पास देखा था उसके बाद हॉस्पिटल के सारे पालनों में मुझे ढूंढा गया आख़िरकार, मैं एक मछुवारी के पास सोता हुआ पाया गया इस बात से बिलकुल बेखबर, कि मेरे कारण कितना हो हल्ला हो चुका था ‘

बने पहले दस हज़ारी

गावस्कर के नाम वैसे तो कई रिकॉर्ड हैं पर, उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि यही मानी जाती है कि वो दुनिया क्रिकेट में पहले बल्लेबाज़ बने, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाएअपने करियर के दौरान गावस्कर ने सबसे ज़्यादा टेस्ट रन  सबसे ज़्यादा टेस्ट सेंचुरी बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था उन्होंने करीब दो दशक तक सबसे ज़्यादा टेस्ट सेंचुरी (34) का रिकॉर्ड अपने नाम रखा था

जब तक सचिन तेंदुलकर ने उनका ये रिकॉर्ड 2005 में नही तोड़ा था वेस्ट इंडीज के अटैक के सामने सबसे खतरनाक गावस्कर के करियर के दौरान वेस्ट इंडीज का गेंदबाज़ी अटैक सबसे खतरनाक माना जाता था लेकिन दुनिया क्रिकेट में सिर्फ एक बल्लेबाज़ था, जो उस अटैक के सामने कभी नहीं डरता था,  वो गावस्कर थे इंडीज पेस अटैक के सामने गावस्कर का 65.45 का औसत था  ये ना सिर्फ उस समय, बल्कि आज के हिसाब से भी बहुत ज्यादा ज़्यादा है

अनेक रिकॉर्ड किए अपने नाम

टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 10,000 रन बनाने के अलावा, उनके नाम 2005 तक सबसे ज़्यादा टेस्ट सेंचुरी लगाने का रिकॉर्ड था उनके नाम डेब्यू सीरीज में सबसे ज़्यादा रन (774) बनाने का रिकॉर्ड है वेस्ट इंडीज के विरूद्ध एक सीरीज में सबसे ज़्यादा रन (774) बनाने का रिकॉर्ड भी सनी के नाम है ये गावस्कर के कुछ बहुत ही बड़े रिकॉर्ड हैं इनके अतिरिक्त भी गावस्कर के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं

सम्मानों की लगा दी झड़ी 

गावस्कर को क्रिकेट के कारण कई सम्मानों से नवाज़ा गया इसमें सबसे बड़ा सम्मान पदमश्री  पदम्भूषण हैं इनके अतिरिक्त बॉर्डर-गावस्कर टूर्नामेंट को उनका नाम दिया गया है उनके गृहनगर वेंगुर्ला में उनके नाम का स्टेडियम है 2012 में उन्हें बीसीसीआई की तरफ से कर्नल सी के नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाज़ा गया था

आज भी क्रिकेट से गहरा नाता

क्रिकेट से सनी अब भी जुड़े हुए हैं वो अक्सर कमेंटेटर  विश्लेषक के रूप में कई चैनलों में नज़र आते हैं इसके अतिरिक्त वो अक्सर आर्टिक्ल लिखते रहते हैं  कई जगहों पर लेक्चरार के तौर पर भी जाते हैं वे कई कमिटियों का हिस्सा‍ हैं  क्रिकेट से अब भी बहुत ज्यादा करीब हैं

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