वॉलमार्ट समेत 600 से ज्यादा अमेरिकी कंपनियों ने गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को चेतावनी दी कि चाइना पर आयात शुल्क लगाने से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा. इससे लोगों की नौकरियां जाएंगी व हजारों उपभोक्ता प्रभावित होंगे. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक रिटेल, मैन्युफैक्चरर्स व टेक सेक्टर की कंपनियों समेत अमेरिका के उद्योग संगठनों ने ट्रम्प को चिट्ठी लिखकर चाइना के साथ ट्रेड वॉर समाप्त करने की मांग की है.
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- यूएस की कंपनियों का बोलना है कि अलावा आयात शुल्क लगाने से अमेरिका के कारोबार, किसानों व आम लोगों पर लंबी अवधि में निगेटिव प्रभाव होगा. ट्रेड वॉर से दोनों राष्ट्रों को नुकसान होगा.
- पिछले महीने अमेरिका ने 200 अरब डॉलर के चाइनीज इंपोर्ट पर शुल्क 10% से बढ़ाकर 25% कर दिया था. जिन उत्पादों पर टैरिफ बढ़ा है उनमें लगेज, मैट्रेस, हैंडबैग, साइकिल, वैक्यूमक्लीनर व एसी शामिल हैं. ट्रम्प ने 300 अरब डॉलर के अलावा आयात पर भी टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी है. उसमें खिलौने, कपड़े, जूते, टीवी व घरेलू उपकरण शामिल होंगे.
- अमेरिकी कंपनियों ने बोला है कि चाइना से आने वाली वस्तुओं पर आयात शुल्क चाइना को नहीं बल्कि उन्हें ही देना होता है. इसमें बढ़ोतरी होने व अमेरिका-चीन के बीच व्यापार बातचीत को लेकर अनिश्चितता की वजह से मार्केट में अफरा-तफरी का माहौल है. इससे हमारी इकोनॉमिक ग्रोथ खतरे में है.
- कंपनियों ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बोला है कि 300 अरब डॉलर के अलावा चाइनीज इंपोर्ट पर 25% टैरिफ लगता है तो चार सदस्यों वाले अमेरिकी परिवार का औसत मासिक खर्च 2000 डॉलर बढ़ जाएगा.
- टैरिफ बढ़ने पर चाइनीज उत्पादों के रेट कम रखने के लिए कुछ अमेरिकी रिटेल कंपनियां एक्सपोर्टर्स से कीमतें कम करने या फिर चाइना से बाहर प्रोडक्शन करने की डील भी कर सकती हैं.
- औद्योगिक संगठनों के साथ कार्य करने वाली कंसल्टिंग फर्म ट्रेड पार्टनरशिप का अनुमान है कि कपड़ा बनाने वाली कंपनियां चाइना से बाहर प्रोडक्शन कर एक्सपोर्ट करती हैं तो भी अमेरिका में कपड़े 5% महंगे होंगे.
- टैरिफ बढ़ने से जूते 8% व खिलौने 16% महंगे हो जाएंगे. अमेरिका में इन दोनों वस्तुओं का सबसे बड़ा सप्लायर चाइना ही है. नाइकी, एडिडास व अंडर आर्मर जैसी कंपनियों ने मई में चेतावनी दी थी कि चाइना से आयात होने वाले जूतों पर 25% टैरिफ लागू होगा तो ग्राहकों को भारी कठिन हो जाएगी.
- रिपोर्ट के मुताबिक आयात शुल्क बढ़ने से घरेलू उपकरणों की कीमतें 3% बढ़ जाएंगी. यात्रा से जुड़ा सामान 10% महंगा हो जाएगा. नेशनल रिटेल फेडरेशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डेविड फ्रेंच का बोलना है कि नए टैरिफ लगाने से ट्रम्प का वोट बैंक भी प्रभावित होगा.