भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु स्विट्जरलैंड के बासेल में खेले जा रहे वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंंच गईं। पांचवीं सीड सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में दूसरी सीड ताइपे की ताई जू यिंग को 12-21, 23-21, 21-19 से हराया। मैच एक घंटे 11 मिनट तक चला। सिंधु ने लगातार तीसरी बार और ओवरऑल पांचवीं बार चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले वे 2017 और 18 में सिल्वर, 2013 और 14 में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।
ताई जू अभी वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर-2, जबकि सिंधु नंबर-5 हैं। सिंधु के अलावा पुरुष सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में बी साई प्रणीत भी इंडोनेशिया के जोनाटन क्रिस्टी को हराकर सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। सिंधु ने इससे पहले दिसंबर में भी ताई जू को वर्ल्ड टूर फाइनल्स में हराया था। उस वक्त ताई जू की रैंकिंग नंबर-1 थी।
आठ महीने बाद सिंधु-ताई का मुकाबला हुआ
आठ महीने बाद दोबारा दोनों इस मुकाबले में आमने-सामने आईं, जहां पहले गेम में सिंधु का खेल फीका रहा। ताई जू ने अटैकिंग खेल दिखाया और गेम 21-12 से जीता, लेकिन इसके बाद दोनों गेम में सिंधु ने जोरदार वापसी की और 23-21, 21-19 से गेम जीते।
36 साल बाद पुरुष सिंगल्स में पदक पक्का
प्रणीत ने क्रिस्टी को लगातार गेमों में 51 मिनट में 24-22, 21-14 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचते ही इतिहास बना दिया। प्रणीत का टूर्नामेंट में पदक पक्का हो गया है। वे चैम्पियनशिप के पुरुष सिंगल्स सेमीफाइनल में पहुंचने वाले प्रकाश पादुकोण के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने हैं। पादुकोण ने 1983 में कांस्य पदक जीता था। यानी अब 36 साल बाद फिर पुरुष सिंगल्स में पदक पक्का हो गया है।