लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर आज बढ़ती मंहगाई, भ्रष्टाचार, किसानों की बदहाली, नौजवानों की बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था तथा पूर्व मंत्री एवं सांसद मोहम्मद आजम खां और उनके परिवार के विरूद्ध बदले की कार्यवाही आदि की 11-सूत्रीय मांगो को लेकर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की सभी तहसीलों पर धरना-प्रदर्शन कर भाजपा सरकार के बहरे कानों तक अपनी आवाज जोरदार ढंग से पहुंचाई है। पार्टी कार्यकर्ता और नेता कई स्थान पर बरसते पानी की भी परवाह न कर धरना स्थल पर डटे रहे।
तहसील स्तर पर धरने में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सरकारी राहत कार्य न होने और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्रों की निःशुल्क प्रक्रिया एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की व्यवस्था बहाली के मुद्दे को भी मांग पत्र में शामिल कर लिया गया है। धरने का कार्यक्रम शांतिपूर्ण एवं बड़ी संख्या में जनभागीदारी के साथ सम्पन्न हुआ। हर जगह हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं, नेताओं, पदाधिकारियों ने धरना में भाग लिया। कार्यक्रम में महिलाएं, अल्पसंख्यक एवं नौजवान बड़ी संख्या में मौजूद रहे। किसानो, छात्रों और शिक्षकों ने भी धरना-प्रदर्शन में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। धरना कार्यक्रम में 11 सूत्री मांगे निम्नलिखित रही।
समाजवादी पार्टी द्वारा 09 अगस्त 2019 को प्रदेश की अनेक जनसमस्याओं को लेकर जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण धरना देकर प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया, परन्तु सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगी। किसी भी जन समस्या का समाधान करने के बजाय 01 सितम्बर 2019 से बिजली दरों में भारी वृद्धि कर दी गई। ऐसी स्थिति में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी के निर्णय के अनुसार 01 अक्टूबर 2019 दिन मंगलवार को प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालय पर समाजवादी पार्टी द्वारा विशाल धरना दिया गया।
- कमरतोड़ मंहगाई (पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, विद्युत दरों में बेतहाशा वृद्धि आदि।
- किसानों की समस्यायें (खाद, बीज का अभाव, कर्ज के बोझ से दबे किसाानों द्वारा आत्महत्यायें।)
- बेरोजगारी, नौजवान निराश, हताश, बेकार।
- प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त, अपराधों में भारी वृद्धि, चारों तरफ जंगलराज व्याप्त। फर्जी एनकाउण्टर हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न, विशेष वर्गो में हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं।
- भ्रष्टाचार, भ्रष्टतंत्र की सरकार ऊपर से नीचे तक बिना रिश्वत कोई कार्य नही।
- स्वास्थ्य सेवायें ठप्प।
- जौहर विश्वविद्यालय में राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा अत्याचार तत्काल बन्द हो। सांसद मो0 आजम खां के ऊपर लगे फर्जी मुकदमे समाप्त किये जाएं।
- विधायक अब्दुल्ला आजम खां का उत्पीड़न एवं अवैध कार्यवाही पर रोक लगे।
- महिलाओं के साथ छेड़खानी, बलात्कार, बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या, अपहरण की घटनाओं में बाढ़ आ गई है। जनपद शाहजहांपुर में विधि छात्रा के
- यौन उत्पीड़न के विरूद्ध भाजपा सरकार साजिश कर अभियुक्त का साथ देकर अनैतिक एवं अवैधानिक कृत्य कर रही है।
- अल्पसंख्यकों पर फर्जी मुकद््मे लगाये जा रहे हैं, उनका फर्जी एनकाउन्टर भी हो रहा है। अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न रोका जाए।
- अवस्थापना सुविधायें- बिजली, पानी, सड़क का अभाव।
- भाजपा राज में प्रदेश का विकास कार्य ठप्प है, समाजवादी सरकार के कार्याे पर ही भाजपा सरकार अपना नाम दे रही है। भाजपा के सभी दावे झूठे हैं।धरना के विशाल कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार का सबका विकास, सबका साथ व सबका विश्वास का नारा खोखला साबित हो गया है। लोकसभा चुनाव तक जनता को गुमराह किया जाता रहा परन्तु चुनाव के बाद ही पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि, यातायात नियमों के नाम पर जुर्माना में कमरतोड़ वृद्धि, खाद्यान्न वस्तुओं के मूल्यों में वृद्धि, किसानों को खाद-बीज की किल्लत, अपराधो में बेतहाशा वृद्धि आदि से जनता त्रस्त हो गई है। औद्योगिक समिट के नाम पर बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने का झूठा वादा कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा सरकार केवल राजनैतिक एजेण्डा साधने एवं विकास के नाम पर झूठा प्रचार करने में व्यस्त हैं।