मोदी सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एक के बाद दूसरा कदम उठा रही है। इसी सिलसिले में गंगा और उसकी सहायक नदियों में मूर्तियां प्रवाहित करने पर भारी जुर्माने की व्यवस्था की गई है। सरकार ने गंगा और उसकी सहायक नदियों में मूर्तियों का विसर्जन रोकने के लिए 15 सूत्री निर्देश जारी किए हैं।
इसमें घाटों को घेरने से लेकर गंगा में मूर्तियां विसर्जित करने वालों पर 50 हज़ार का जुर्माना लगाने तक के प्रावधान हैं। दशहरा, दीपावली, छठ और सरस्वती पूजा जैसे त्यौहारों में नदियों में मूर्ति विसर्जित करने वालों के लिए यह कड़ी चेतावनी की तरह है।
नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की ओर से 11 राज्यों के मुख्य सचिवों को ये निर्देश जारी किए गए हैं। ये वे 11 राज्य हैं जो गंगा के किनारे पर स्थित हैं। इसमें यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हिमाचल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं।
गंगा के स्वच्छता अभियान को सख्त करने की खातिर इन सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से निश्चित समय सीमा में रिपोर्ट भी तलब की गई है। इन्हें किसी भी त्यौहार की समाप्ति के 7 दिनों के भीतर इस बारे में केंद्र को रिपोर्ट भेजनी होगी।