अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत समेत पूरी दुनिया में मंदी गहराने की आशंका व्यक्त करते हुये मंगलवार को चेतावनी दी कि 90 प्रतिशत वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ चुकी है और इस साल विकास दर मौजूदा दशक की शुरुआत के बाद सबसे कम रह सकती है।
एक सप्ताह पहले ही आईएमएफ प्रबंध निदेशक का पदभार सँभालने वाली श्रीमती क्रिस्टलीना जॉर्जिवा ने अगले सप्ताह होने वाली आईएमएफ की वार्षिक बैठक से पहले यहाँ वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में एक अभिभाषण में कहा, दो साल पहले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लिहाज से दुनिया की 75 प्रतिशत अर्थव्यवस्था की विकास दर का ग्राफ ऊपर की तरफ बढ़ रहा था।
आज करीब 90 प्रतिशत वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर घट रही है। वैश्विक अर्थव्यवस्था इस समय एक साथ मंदी का सामना कर रही है। आईएमएफ प्रमुख बनने के बाद अपने पहले अभिभाषण में उन्होंने व्यापार युद्ध को मंदी का बड़ा कारण बताया और कहा कि विकास में व्यापक गिरावट का मतलब है कि इस वर्ष विकास दर दशक की शुरुआत के बाद के निचले स्तर पर रहेगी। उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह जारी होने वाले वल्र्ड इकोनॉमिक आउटलुक में वर्ष 2019 और 2020 का आर्थिक विकास अनुमान घटाया जाएगा। श्रीमती जॉर्जिवा ने भारत में इस साल गिरावट और ज्यादा रहने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, उभरते बाजार वाले कुछ देशों, जैसे भारत और ब्राजील, में इस साल मंदी अधिक स्पष्ट होगी। चीन की विकास दर कई वर्ष तक तेजी से बढऩे के बाद अब लगातार घटती जा रही है।