भारत की स्टार महिला बॉक्सर मैरीकॉम रूस में खेले जा रहे वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के 51 किलोग्राम वजन वर्ग के सेमीफाइनल में पराजय गईं. शनिवार को सेमीफाइनल मुकाबले में उन्हें यूरोपियन चैम्पियन तुर्की की बुसेनाज कैकिरोग्लू ने 4-1 से हराया. हालांकि, हिंदुस्तान ने रेफरी के फैसला के विरूद्ध अपील की है.36 वर्ष की मैरीकॉम वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 8 पदक जीतने वाली इकलौती बॉक्सर हैं. इससे पहले क्वार्टरफाइनल में उन्होंने रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली कोलंबिया को इंगरित वेलेंसिया को 5-0 से हराया था.
दूसरी ओर, हिंदुस्तान की लोवलिना बोरगोहेन (69 किलोग्राम), जमुना बोरो (54 किलोग्राम) व मंजू रानी (48 किलोग्राम) आज अपना सेमीफाइनल मैच खेलेंगी. रानी का मुकाबला थाईलैंड की सी। रकसत व बोरगोहेन का मुकाबला चाइना की यांग लियू से होगा. वहीं, बोरो शीर्ष वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे की हुआंग हसिआओ-वेन के विरूद्ध खेलेंगी. हुआंग एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीत चुकी हैं.
मैरीकॉम वर्ल्ड चैम्पियनशिप में पहला पदक 2001 में जीती थीं
मैरीकॉम ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप में अब तक छह स्वर्ण,एक रजत व एक कांस्य पदक अपने नाम किया. उन्होंने पहला पदक 2001 में रजत जीता था. इसके बाद वे छह बार चैम्पियन बनने में सफल रहीं. उन्होंने 2012 लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक अपने नाम किया था. मैरीकॉम एशियन गेम्स में एक स्वर्ण व एक कांस्य जीतने में पास रही हैं. इसके अतिरिक्त 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी वेे स्वर्ण जीती थीं. वे एशियन चैम्पियनशिप में 5 स्वर्ण, एक कांस्य व एशियन इंडोर गेम्स में एक स्वर्ण जीत चुकी हैं.