कानपुर शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर मुख्यमंत्री ने अफसरों से कड़ा रुख अपनाया है। इसके बाद प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) ने सीएमओ को लखनऊ तलब करके उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। सीएमओ अब तक डेंगू पॉजिटिव रोगियों का रिकॉर्ड लेकर गए हैं। उनके आंकड़ों में किसी भी मौत का जिक्र नहीं है। शुक्रवार को महापौर ने सख्त लहजे में सीएमओ को चेतावनी दी थी कि डेंगू कंट्रोल होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि सीएमओ खुद संक्रामक रोगों के नियंत्रण को लेकर संजीदा नहीं हैं। बीमारी फैल रही है, लोग मर रहे हैं मगर सीएमओ अपनी पूरी ताकत मौतों को छिपाने में लगा रहे हैं। शासन स्तर पर हुई शिकायत के बाद शुक्रवार रात ही शासन से उनका बुलावा आ गया।
उधर सूत्रों का कहना है कि डीएम और मंडलायुक्त ने सीएमओ से रात में ही रिपोर्ट ले ली थी। शासन के अधिकारियों ने महामारी के सम्बंध में रिकॉर्ड मांगा है। सीएमओ के उस दावे को लेकर शासन के अधिकारी खासे खफा हैं, जिसमें मौतों के आंकड़ों को छिपाने की बात कही जा रही है। साथ ही बीमारी की रोकथाम के लिए अब तक उपायों को सही तरीके से लागू नहीं करने की बात कही जा रही है
पांच और की मौत, 125 नए रोगी आए सामने
डेंगू से मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा है। इससे पांच और लोगों की मौत हो गई है। अब तक 31 मौतें होने की बात कही जा रही है। वहीं, मेडिकल कॉलेज और उर्सला में हुई जांचों में 125 बुखार रोगियों में घातक डेंगू वायरस की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही शहर के चार बड़े पैथोलॉजी सेंटरों में दो दिनों में डेंगू की दो हजार जांच की गई है।