आज ही के दिन 10 साल पहले क्रिकेट इतिहास का एक बड़ा रिकॉर्ड बनते-बनते रह गया था । उस विश्व रिकॉर्ड का गवाह बनने के लिए उस दिन मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम पहुंचे हजारों दर्शकों को निराशा हाथ लगी थी। बात हो रही है टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की। वह 4 दिसंबर 2009 को एक ऐसे रिकॉर्ड से चूक गए थे, जो आज तक किसी ने नहीं बनाया।
हुआ यूं कि टेस्ट क्रिकेट में दो ट्रिपल सेंचुरी जड़ चुके वीरेंद्र सहवाग तीसरे शतक के करीब पहुंच गए थे। अगर वह एक बार फिर 300 के जादूई आंकड़े को छू पाते, तो तीन ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाते। टेस्ट क्रिकेट में डॉन ब्रैडमैन, ब्रायन लारा, क्रिस गेल और वीरेंद्र सहवाग के नाम दो-दो ट्रिपल सेंचुरी हैं, लेकिन तीन तिहरे शतक किसी के नाम नहीं।
श्रीलंका के खिलाफ उस टेस्ट मैच के दूसरे दिन 284 रन बनाकर नाबाद लौटे सहवाग से उम्मीद की जा रही थी कि वह अगले दिन ट्रिपल सेंचुरी जड़कर इतिहास रच देंगे। लेकिन तीसरे दिन चौथे ही ओवर में सहवाग की उम्मीद टूट गई। स्कोर बोर्ड पर सहवाग के 293 रन दर्ज हो पाए थे कि महान ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच लपक लिया और मैदान पर सन्नाटा छा गया।
मैच के तीसरे दिन सहवाग अपने स्कोर में 9 रन ही जोड़ पाए। 254 गेंदों में 40 चौके और 7 छक्के के साथ तूफानी 293 रन बनाकर लौटते हुए सहवाग का स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने खड़े होकर स्वागत किया. लेकिन सहवाग का ट्रिपल सेंचुरी से चूक जाना आज भी भारतीय प्रशंसकों को निराश करता है।