अगले चार वर्ष के भीतर दिल्ली-एनसीआर को मिलने वाला जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पश्चिमी यूपी के कई जिलों के साथ हरियाणा (NCR) व दिल्ली की भाग्य भी बदलने वाला है. जानकारों की मानें तो जेवर एयरपोर्ट के बनते ही यानी 2023 में हवाई उड़ान प्रारम्भ होने के साथ ही 7 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने वाला एयरपोर्ट बन जाएगा. देश के सबसे बड़े इस एयरपोर्ट से पश्चिमी यूपी के 22 जिलों लोगों की भी भाग्य भी बदल जाएगी. सबकुछ अच्छा रहा तो जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट खुद एक लाख लोगों को रोजगार देगा तो इसके आसपास 6 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. एक अनुमान के मुताबिक उड़ान से पहले वर्ष में ही करीब 50 लाख यात्रियों के हर वर्ष सफर करने का आकलन है. ऐसे में रोजगार की संभावनाएं 10 लाख से अधिक भी जा सकती हैं.
एयरपोर्ट पर 1 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार
जानकारों का बोलना है कि वर्ष, 2023 में जेयर एयरपोर्ट पर ही एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल चुका होगा. इसकी एक बड़ी वजह यह है कि यह देश का सबसे बड़ा एयर पोर्ट होगा व उड़ानें भरने के साथ यहां पर रोजगार मिलने की गति बढ़ जाएगी.
लगेंगे 126 उद्योग
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो एयरपोर्ट पर तो लोगों को रोजगार मिलेगा ही, साथ ही यहां पर यानी यमुना प्राधिकरण सिटी में अब तक 126 उद्योगपति धंधों के लिए जमीन आवंटित करा चुके हैं. एक अनुमान के मुताबिक, इसके चलते यहां पर 6 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के मौका मिलेंगे. रोजगार पाने वालों में ज्यादातर युवा होगा. इतनी बड़ी संख्या में शायद ही देश में कहीं रोजगार पैदा होगा.
टैक्सटाइल जगत के भी होंगे वारे न्यारे