क्या आप सफेद बालों को डाई करती हैं? ऐसी कई महिलाएं हैं जो बालों को कलर करने से पहले एक भी बार इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में नहीं सोचती होंगी। लेकिन अगर आप बालों को अनजाने में ही डाई करती हैं तो आपको ये समाचार पता होनी चाहिए। बालों को डाई करने से आप अनजाने में ही ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को बढ़ावा दे रही हैं। National Institutes of Health द्वारा कराए गए एक हालिया अध्ययन में यह बात सामने आई कि जो महिलाएं बालों को कलर करने के लिए परमानेंट हेयर डाई या केमिकल हेयर स्ट्रैटनर का प्रयोग करती हैं वो उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आइए जानते हैं इस बारे में।
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं बालों को कलर करने के लिए हेयर डाई का प्रयोग करती थीं उनमें ब्रेस्ट कैंसर की आसार ज्यादा पायी गई अपेक्षाकृत उन स्त्रियों के जो हेयर डाई का प्रयोग नहीं करती थीं। शोधकर्ताओं ने इस स्टडी को 46,709 स्त्रियों पर किया। इसमें से हेयर डाई करने वाली 9 फीसदी स्त्रियों को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा पाया गया।
इस अध्ययन में, केमिकल हेयर स्ट्रेटनर का प्रयोग करने वाली स्त्रियों में स्तन कैंसर के खतरे को लगभग 30% तक पाया गया। अध्ययन में सामने आया यह नतीजा अफ्रीका व अमेरिका की स्त्रियों के लिए वास्तविकता में चिंता का एक विषय बन सकता है। वो पांच से आठ हफ़्तों के बीच में बालों की कलर करने के लिए परमानेंट हेयर डाई का प्रयोग करती हैं। ऐसा करने से उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 60 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। वहीं श्वेत स्त्रियों में इसका खतरा 80 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।