दुनिया की हर आठ में से एक महिला को स्तन कैंसर (breast cancer) है। लेकिन अब इस बीमारी का जल्द पता चल जाएगा। एक नए शोध में पता चला है कि Google का आर्टिफियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) स्तन कैंसर को तुरंत पहचानने में पूरी तरह से सक्षम है। गूगल एक बार मेमोग्राफी स्क्रीनिंग देख कर तुरंत ब्रेस्ट कैंसर की सूचना दे सकता है। सबसे अच्छी बात ये है कि वैज्ञानिकों ने भी गूगल के इस तकनीक की सराहना की है।
डाक्टर भी चूक जाते हैं कई बार कैंसर पकड़ने में
वैज्ञानिकों ने पाया है कि ब्रेस्ट कैंसर के लिए जाँच के बावजूद चिकित्सक 20 फीसदी मामलों की पहचान करने में चूक कर देते हैं। इस वजह से ब्रेस्ट कैंसर का पता बहुत ज्यादा देरी से होता है, जिसका उपचार मंहगा व तकलीफ देह भी हो जाता है। नेचर पत्रिका में छपे नए शोध के मुताबिक नया Google आर्टिफियल इंटेलिजेंस ब्रेस्ट कैंसर के स्क्रीनिंग की बेहद सटीक जाँच रिपोर्ट बताता है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर की जाँच कराने वाली आधी स्त्रियों को इसके संक्रमण की गलत जानकारी तक दी जा चुकी है।
कैसे पता लगा गूगल के काबिलियत का
शोध के अनुसार कंपनी के AI युनिट ने कैंसर जल्दी पता लगाने पर एक कार्यक्रम शुरु किया। इसमें लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज व इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस के हजारों मेमोग्राफिक रिपोर्ट्स को शामिल किया गया। AI की परख करने के लिए कंपनी के वैज्ञानिकों ने इंग्लैंड के लगभग 25,856 व अमेरिका के 3097 रिपोर्ट्स की गहन जाँच कराई। मशीन ने डाक्टरों के मुताबिक ज्यादा बेहतर नतीजे के साथ कैंसर के मुद्दे दिखाए। डाक्टरों की रिपोर्ट में से मशीन ने लगभग 5.7 फीसदी कैंसर के मामलों को गलत भी साबित किया