Breaking News

बीएचयू स्थित केंद्रीय विद्यालय में एक साथ दृश्य कला एवं मंच कला का अनोखा संगम देखने को मिला

वाराणसी। केंद्रीय विद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आज के दिन दृश्य कला एवं मंच कला से संबंधित दो कार्यक्रमों से छात्रों में कलात्मक गतिविधियों को बल प्रदान हुआ। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से रूट-टु-रूट एनजीओ द्वारा आज विद्यालय प्रांगण में जयपुर घराने से पधारे कथक कलाकार नीरज परिहार द्वारा कथक नृत्य संपन्न हुआ, जीसके कोऑर्डिनेटर रजत एवं तबले पर दिल्ली घराना के अमरनाथ ने साथ दिया। जिसे विद्यालय के हजारों छात्र छात्राओं ने देखा एवं उसके बारीकियों को सीखा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में विद्यालय के कला शिक्षक चित्रकार कौशलेश कुमार के निर्देशन में प्रदर्शनी भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत पटना के प्रसिद्ध फोटोग्राफर शैलेंद्र कुमार के एकल आर्ट फोटोग्राफी प्रदर्शनी “थर्ड आई” (तीसरी आँख) का अवलोकन विद्यालय के फाइन आर्ट क्लब के विद्यार्थियों ने किया।

इस प्रदर्शनी का क्यूरेशन दिल्ली के जाने माने वरिष्ठ कला लेखक सुमन सिंह द्वारा किया है एवं ईसी गैलरी, राम छाट पार शिल्प न्यास, सामने घाट, वाराणसी लगाई गई है, जो कि दिनांक 20 सितंबर 2022 तक दर्शकों के लिए अवलोकनार्थ रहेगी। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. दिवाकर सिंह ने इन दोनों कार्यक्रमों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ऐसे दृश्य एवं मंच कला से संबंधित कार्यक्रम छात्रों को कुछ अलग एवं कलात्मक करने को प्रेरित करती हैं।

विद्यालय के उपप्राचार्य विनीता सिंह ने बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन को धन्यवाद देते हुए बताया कि उनके ही मार्गदर्शन से प्रदर्शनी भ्रमण कार्यक्रम तैयार किया गया जिससे नवांकुर कलाकारों के अंदर कुछ नया सीखने की राह आसान हुआ।

विद्यालय के कला शिक्षक चित्रकार कौशलेश कुमार ने यह कार्यक्रम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अंतर्गत बताते हुए छात्रों में दृश्य कला को छात्रों को पढ़ाए जाने वाले सभी विषयों से जोड़ते हुए सर्वांगीण विकास के ऊपर बात कही। प्रदर्शनी भ्रमण कार्यक्रम मे मुख्य रूप से श्रिया राय (काउन्सिलर), मदन लाल गुप्ता, अर्चना सिन्हा, दिवेश इत्यादि लोग उपस्थित रहे।

रेपोरी-संजय गुप्ता 

About Samar Saleel

Check Also

25 मीटर ऊंची हाईटेक चिमनी से नहीं उड़ेगी चिता की राख, मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर हो रहा काम

वाराणसी:  मोक्ष तीर्थ मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर 25 मीटर ऊंची हाईटेक चिमनी बनाई जाएगी ...