औरैया। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब बांटने की कोशिश इस बार भारी पड़ सकती है। जिले के 11 थानों की पुलिस के साथ ही स्वाट टीम भी अवैध शराब बिक्री रोकने में जुट गई है। जिले के पुलिस कर्मी अब अवैध शराब की बिक्री पूरी तरह बंद कराने में जुट गए हैं। आबकारी विभाग और खुफिया विभाग की ओर से अवैध शराब बिक्री के लिए मिली रिपोर्ट के आधार पर तो पुलिस कार्रवाई करेगी, अपने स्तर से भी पुलिस पड़ताल में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार त्योहार एवं पंचायत चुनाव में अवैध तरीके शराब की खरीद-फरोख्त पर लगाम लगाने के लिये जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में शराब अनुज्ञापियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक आयोजित की। जिसमें जिलाधिकारी वर्मा ने कहा कि अवैध शराब की किसी भी दशा में बिक्री नहीं होनी चाहिए। शराब की दुकानों से शराब की तस्करी हुई तो आबकारी अधिकारियों के साथ ही अनुज्ञापी पर भी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी दशा में शराब की दुकानों पर ओवररेटिग नहीं होनी चाहिए। समय से दुकानें खुले और बंद हो। एक व्यक्ति अपने घर में एक लीटर देशी और डेढ़ लीटर से ज्यादा विदेशी शराब नहीं रख सकता। ठेकेदार शराब की बोतलो को तोड़ कर कबाड़ी को बेचे। जिससे वो पुनः स्तेमाल न कर सके।
उन्होंने कहा कि सभी अनुज्ञापी दुकानों पर स्टाक रजिस्टर रखें और पूरा ब्यौरा उसमें दर्ज होना चाहिए। जो व्यक्ति बार बार या अधिक मात्रा में शराब खरीदता है उसकी सूचना आबकारी विभाग या पुलिस विभाग को दी जाये। आबकारी अधिकारी के साथ ही उप जिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी भी दुकानों के स्टाक रजिस्टर का समय-समय पर जांच करें। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने वाला है, इसमें कच्ची के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए।
डीएम ने कहा कि शराब के उठान एवं गन्तव्य तक पहुंचने की पूरी जिम्मेदारी आबकारी विभाग की होती है, इसलिए वह शराब के उठान आदि पर अपनी विशेष नजर रखें। आए दिन दुकानों की शराब भी बार्डर पर चेकिग के दौरान पकड़ी जा रही है, जो गलत है। ऐसे में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अनुज्ञापी दुकानों पर जो लोग अधिक शराब की खरीद दारी कर रहे हो उसकी सूचना दी जाए एसे ही लोग चुनाव के लिए शराब का स्टाक करेगे बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर