मुलायम परिवार में एक बार फिर चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच रिश्ते में बिगड़ते नजर आ रहे हैं. भतीजे ने चाचा को सपा का विधायक मानने से इनकार कर दिया है तो शिवपाल यादव ने विधानसभा सदस्यता की शपथ लेने के बाद सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर बड़ा सियासी दांव चला.
भविष्य के फैसले पर उन्होंने कहा कि वक्त आने पर इसका खुलासा करेंगे. शिवपाल के इस रहस्यमयी बयान के बाद सियासी चर्चा तेज हो गई हैं. ऐसे में शिवपाल अगर बीजेपी के साथ जाने का फैसला करते हैं तो बीजेपी उन्हें क्या-क्या दे सकती है?
सपा के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने शिवपाल यादव के रिश्ते फिर से अखिलेश यादव से बिगड़ गए हैं. शिवपाल इस कदर नाराज हैं कि अखिलेश यादव के द्वारा बुलाई गई गठबंधन के सहयोगी दल की बैठक में शामिल नहीं हुए और अब भविष्य के लिए राजनीतिक विकल्प की तलाश में जुट गए हैं.
शिवपाल यादव के करीबियों की माने चुनाव के समय परिवार और समाज के दबाव की वजह से शिवपाल यादव ने जहर का घूंट पीकर सब कुछ बर्दाश्त कर लिया था, पर अब वो बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपने लिए नई सियासी राह तलाशेंगे.