• समस्त आयुष चिकित्सालयों में उपलब्ध है आयु रक्षा किट
औरैया। जनपद के सभी आयुष चिकित्सालय में सर्दी,खांसी जुकाम और बुखार से बचाव के लिए मरीजों को आयु रक्षा किट वितरित की जा रही हैं। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ लोकेश ने बताया कि सर्दियों से होने वाली बीमारियों के बचाव के लिए आयु रक्षा किट बहुत कारगर है, क्योंकि इस किट में जो दवाइयां दी जाती हैं उससे प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती है बल्कि सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार में इसका प्रयोग करने से जल्द आराम मिलता है।
उन्होंने बताया कि आयु रक्षा किट में उपलब्ध औषधियां सर्दी खांसी जुकाम,बुखार, श्वसन तंत्र की अन्य बीमारियों जैसे -अस्थमा निमोनिया के लिए लाभकारी है।इनका प्रयोग करने से शरीर पर किसी भी तरह का कोई भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता। इसके अलावा रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये इनका प्रयोग करें। आयुर्वेदिक चिकित्सक ने बताया कि एक चुटकी हल्दी और नमक के साथ गर्म पानी से गरारे किये जाने पर गले में होने वाली खराश एवं दर्द में आराम मिलताहै।
उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति आधार कार्ड साथ लाकर चिकित्सालय पर आकर आयु रक्षा चिकित्सक के परामर्श पर किट ले सकता है। इस किट की दवाइयों के प्रयोग से शरीर पर किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होता लेकिन इन दवाइयों का सेवन स्वयं से न करें डॉक्टर की परामर्श अवश्य लें क्योंकि अलग-अलग बीमारियों और उम्र के हिसाब से दवाइयों के सेवन में भिन्नता होती है।
क्या है आयु रक्षा किट
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, बूढ़ादाना के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ रवि गुप्ता ने बताया कि सर्दियों में बीमारियों से बचाव के लिए व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों को आयु रक्षा किट प्रदान की जाती है ।इस किट में संशमनी बटी, अणु तेल , आयुष रक्षा क्वाथ काढ़ा (तुलसी की पत्तियां, दालचीनी, शुण्डी और कालीमिर्च) व च्यवनप्राश मिलाकर एक दवाइयों की किट तैयार कर लोगों को प्रदान की जाती है।आयुष काढ़े का सेवन सर्दियों में होने वाले बुखार, जुखाम, सर दर्द आदि कई विकारों को दूर करता है। अश्वगंधा चूर्ण/टेबलेट के सेवन से तंत्रिका तन्त्र के रोग,अनिद्रा, थायराइड, कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण पाया जा सकता है और खून में लाल सफेद सेल्स और प्लेटलेट्स भी बढ़ाता है। आयुष 64 वटी बुखार,शरीर दर्द, नाक बंद होना, अस्वस्थ महसूस होना, नाक से पानी बहना,सर दर्द खांसी जैसी शिकायतों को दूर करती है।
डॉ रवि का कहना है की किसी भी आयुर्वेदिक दवा का सेवन स्वयं से ना करें। आयुर्वेदिक दवायें आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर ही लें। ख्याति प्राप्त कवि, औरैया रत्न अजय शुक्ला अन्जाम राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय से आयु रक्षा किट प्राप्त करने के बाद बताते हैं की सर्दी की वजह से उन्हें तीन-चार दिन से बुखार की शिकायत थी फिर यहाँ डॉक्टर के परामर्श पर आयु रक्षा किट की औषधियों का प्रयोग किया मेरा बुखार तो सही हुआ ही साथ में सर्दी खांसी जुकाम में बहुत आराम मिला।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर