ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम आइलैंड Agni-II मिसाइल का सफल परीक्षण हुआ। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सहयोग से सफलतापूर्वक यह टेस्ट हुआ। इस मिसाइल की रेंज 2000 किलोमीटर होने से पूरा पाकिस्तान इसकी जद में रहेगा। दो हफ्ते पहले ओडिशा के अब्दुल कलाम आइलैंड से अग्नि-1 का सफल परीक्षण किया गया था।
- मोबाइल लॉन्चर से सुबह 8.38 मिनट पर अग्नि-2 परीक्षण शुरू हुआ।
1,000 किग्रा विस्फोटक ले जाने वाली Agni-II की 2,000 किमी है मारक क्षमता
स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड ने अग्नि-2 का सफल परीक्षण किया। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल की मारक क्षमता 2,000 किमी से अधिक है। इससे पूरा पाकिस्तान इसकी जद में आता है। बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-2 की मारक क्षमता काफी तेज है। यह मिसाइल सतह से सतह पर मार करने वाली है। वहीं यह मिसाइल एक बार में कम से कम 1000 किलोग्राम विस्फोटक ले जा सकती है।
- दो स्तर के ठोस ईंधन द्वारा संचालित होने वाली बैलिस्टिक मिसाइल की लंबाई 17 टन हैं।
- यह लंबाई के मामले में अग्नि-1 मिसाइल से लंबी है।
- इसकी लंबाई 20 मीटर और इसकी चौडा़ई करीब एक मीटर है।
बैलिस्टिक मिसाइल 2004 में सेवा में शामिल हुई
बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-2 का विकास एडवांस्ड सिस्टम्स लेब्रोरेटरी ने किया।
- इसे समाकलित करने का काम हैदराबाद की भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने किया है।
- यह 2004 में सेवा में शामिल हुई थी।