समाजवादी पार्टी पीडीए (दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक) को जोड़ने के साथ ही अगड़ों क्षत्रिय, ब्राह्मण, कायस्थ को जोड़ने का अभियान चलाएगा। क्षत्रिय सम्मेलन से इसकी शुरुआत की जाएगी। इसके बाद अन्य जातिगत सम्मेलन किए जाएंगे।
सपा की रणनीति पीडीए को उनके अधिकार दिलाने के साथ ही अगड़ों को भी साथ लेकर चलने की है। समाजवादी महिला सभा की राष्ट्रीय जूही सिंह को क्षत्रिय सम्मेलन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहला सम्मेलन लखनऊ के इंटौजा में 23 जुलाई को होगा। इसके बाद अवध, पूर्वांचल और पश्चिम में भी इसका आयोजन किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए उन्होंने एनडीए का जवाब देगी पीडीए का नारा दिया था। उन्होंने दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के सहारे मैदान में उतरने की बात की थी। अब वह अगड़ों को भी जोड़ने का अभियान शुरू करने जा रहे हैं।