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वेंटिलेटर युक्त एम्बुलेंस सेवा में 25000 रुपये में बिक रही है संविदा की नौकरी!

दया शंकर चौधरी

लखनऊ। राजस्थान, मध्यप्रदेश और उड़िसा में ब्लैक लिस्टेड हुई एक कंपनी यूपी की राजधानी में बैठकर एम्बुलेंस (एएलएस) संचालन के लिये संविदकर्मियों की भर्ती कर रही है। इस कोरोना काॅल में संविदा पर की नौकरी व ट्रेनिंग के लिए खुलेआम 25000 रुपए की मांग की जा रही है। और वह भी नगद।

कंपनी के अधिकारी बीते कई दिनों से सूबे में डेरा डाले हुये हैं। यूपी में नया टेंडर पाने वाली कंपनी के इस करतूत से एक और जहां पुराने कर्मचारियों पर रोजी रोटी का संकट आन पड़ा हैं। वहीं उनके स्थान पर दूसरे अभ्यार्थियों की भर्ती में खूलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 108,102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ ने आज प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए चेतावनी दी है कि जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार और सरकार की अनदेखी के चलते संगठन ने मजबूर होकर आंदोलन का निर्णय लिया है।

जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 108,102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय ने बताया कि 25 जून और 26 जून को धरना स्थल लखनऊ में संगठन की तरफ से कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए धरना दिया जाएगा। अगर सरकार ने संगठन की मांग नही मानी तो 28 जून से संगठन के समस्त सदस्य पूर्ण रूप से पूरे प्रदेश में स्ट्राइक पर जाएंगे और तब तक रहेंगे जब तक सरकार संगठन की मांग मान नही लेती।

प्रेस काॅन्फ्रेंस कर ठेका पानी वाली कंपनी पर लगाये गम्भीर आरोप

संघ के अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय का कहना है कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और उडीसा से ब्लैकलिस्ट हुई कंपनी जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड को उत्तर प्रदेश में करोड़ो रुपये का ठेका दे दिया गया। खास बात यह है कि यूपी में करोड़ो रुपये का वेंटिलेटर युक्त एएलएस एम्बुलेंस सेवा का ठेका पानी वाली कंपनी राजस्थान में सीबीआई जांच का सामना भी कर रही है। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में करोड़ो का ठेका पाने वाली एक निजी कंपनी ने नियम और कायदे को दरकिनार करते हुए पुराने पैरामेडिकल स्टाफ और ड्राइवरों को हटा कर नई भर्ती का विज्ञापन निकाला है। विज्ञापन में ईएमटी/पैरामेडिक, काॅल सेंटर एग्जीक्यूटिव, क्लस्टर लीडर/सुपरवाइजर, मेंटिनेंस एग्जीक्यूटिव एवं सुपरवाइजर व ड्राइवर की भर्ती निकाला गया। खास बात यह है कि इस विज्ञापन में कंपनी ने खेल किया। किस पद के कितना वेतन मिलेगा, किस पद के लिये कितने कर्मचारी नियुक्त किये जाएंगे यह जानकारी नहीं दी गई ताकि कंपनी भर्ती के नाम पर करोड़ो रुपये के वारे न्यारे कर सके।

बताते चलें कि जिकित्सा कम्पनी के विज्ञापन में कंपनी के आॅफिस तक की कोई जानकारी नहीं दी गयी। विज्ञापन में कंपनी ने एलेक्स, ज्ञान सिंह, पूर्वा, स्टेफी और यश नामक पांच जिम्मेदार लोगों का नाम और नंबर दिया है। अभ्यार्थियों को उन्हीं से सम्पर्क करने को कहा गया है। राजधानी के लग्जरी होटल में बैठकर कंपनी के अधिकारी खूलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं।

भ्रष्टाचार को मिल रहा बढ़ावा, पूराने कर्मचारियों पर रोजी रोटी का संकट

कंपनी के एक अधिकारी खूलेआम नये अभ्यार्थी से ट्रेनिंग के नाम पर 25000 रुपये की मांग कर रहा हैं और वह भी नगद। बता दें कि यूपी में 250 वेंटिलेटर युक्त एएलएस एम्बुलेंस संचालित होंगे। नियमानुसार एक एंम्बुलेंस पर 4 कर्मचारियों की तैनाती होगी। यानि कंपनी नये स्टाफ की भर्ती किये जाने के नाम पर करीब ढ़ाई करोड़ रुपये कुछ ही दिनों में वारे न्यारे करने की जुगत में है।

जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 108,102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ उ. प्र. के अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय बताते हैं कि जिस कंपनी को तीन राज्यों में ब्लैक लिस्ट किया जा चुका हो उसे जांच पड़ताल किये बगैर करोड़ों रुपया का ठेका देना बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। संघ के पदाधिकारी बताते हैं कि नये अभ्यार्थी से 25000 रुपये की तो खूलेआम मांग की जा रही है। टेबल की नीचे इससे ज्यादा का खेल हो रहा है।

जीवनदायनी स्वास्थ्य विभाग 108,102 एम्बुलेंस कर्मचारी संघ उ. प्र. के अध्यक्ष हनुमान पाण्डेय, प्रदेश महामंत्री बृजेश कुमार व प्रदेश कोषाध्यक्ष सुशील पाण्डेय बताते हैं कि इस कोरोना काल में बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो जायेंगे। एम्बुलेंस सेवा में लगे कर्मचारियों को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। और वे सभी आज बेरोजगार होने जा रहे हैं। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जिम्मेदार विभाग इस पर भी कोई कार्यवाही नही की तो वे हड़ताल कर कोरोना योद्धा सम्मान को आग लगाने का काम करेंगे।

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