अमेरिकी आर्मी के प्रमुख अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने चीन को चेतावनी दे डाली है. उन्होंने कहा है कि अगर चीन, ताइवान पर अटैक करता है तो यह एक बड़ी रणनीतिक गलती होगी. ये उसी गलती के तरह होगी, जो रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के मामले में की थी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मिले ने कहा कि अमेरिकी सेना की निरंतर श्रेष्ठता की वजह से ही चीन और ताइवान के बीच संघर्ष रोकने में मदद मिलती है. उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिकी सेना का दबदबा यहां बना रहेगा, तब तक अमेरिका और चीन के बीच ग्रेट पॉवर वॉर को रोका जा सकता है.
इस साल की शुरुआत में, अमेरिका ने अपनी राष्ट्रीय रक्षा रणनीति में #चीन को चुनौती करार दिया था. मिले ने यह भी कहा था कि चीन, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा भू-राजनीतिक खतरा है और चीन नंबर एक वैश्विक शक्ति बनने के इरादे रखता है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे.
मिले ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि यूक्रेन बहुत बड़ा देश है. यूक्रेन को जीत कर उस पर हावी होने की संभावना बहुत ही कम नजर आती है. रूस ये युद्ध जीते, सैन्य रूप से ऐसा होते हुए नहीं देखता, लेकिन फिर भी, मिले ने इस बात को स्वीकार किया है कि रूस के पास यूक्रेन का लगभग 20 फीसदी हिस्सा है.
ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि इस समय, संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना दुनिया में नंबर एक है, इस बात में कोई प्रश्न नहीं है. हमारे पास सबसे घातक #डिफेन्स सिस्टम है. अमेरिका की सेना नंबर एक है और हम नंबर एक बने रहने का इरादा रखते हैं, उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल चीन सेना के मामले में अमेरिका से पीछे ही है.