आंवला पेट के रोग दूर करने के साथ ही दिमाग को ठंडक पहुंचाने के लिए भी अत्यंत गुणकारी है. इसके अतिरिक्त भी आंवला के कई फायदे हैं. आंवला चाहे हरा हो या सूखा, उसकी कुछ कलियों को पानी में पीसकर चेहरे पर कुछ देर लगाएं. चेहरे के दाग-धब्बे कुछ दिनों के इस्तेमाल के बाद दूर होंगे.
आंवले का चूर्ण रात को सोने से पूर्व खाने पर मोशन ठीक रहता है. कब्ज की शिकायत मिट जाती है. पेट में अजीर्ण, गैस, एसिडिटी हो रही है, तब भी आंवले की कली नमक लगाकर चूसें, शीघ्र फायदा पहुंचता है.
ब्लडप्रेशर, दिल रोगों में आंवला बहुत लाभ देता है. यह विटामिन-सी का बहुत अच्छा स्रोत है. मसूढ़ों में समस्या हो या दांत का दर्द, एक दो आंवले की कलिया चूसें.
आंवले का मुरब्बा व अचार हडि्डयों को मजबूत बनाता है. सुबह-सुबह आंवले का मुरब्बा खाने से याद्दाश्त बढ़ती है. डायबिटीज के रोगी आंवले का मुरब्बा न खाएं.
जिन लोगों की आंखों के सामने अक्सर अंधेरा छा जाता है, वे दो चम्मच आंवले का रस एक गिलास पानी में मिलाकर दस-पंद्रह दिनों तक सेवन करें. निश्चित रूप से फायदा मिलेगा.
सफेद बालों के लिए भी आंवले का चूर्ण या त्रिफला का चूर्ण बहुत गुणकारी है. त्रिफला चूर्ण पानी में भिगो दें. लोहे का पात्र हो तो व भी उत्तम. इस पानी से सिर धोएं. कुछ समय में सफेद बाल काले होने लगेंगे. रूसी या जुएं की समस्या से भी निजात मिल जाएगी.