देश की सबसे बड़ी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी एमवे इंडिया ने 11 एनजीओ पार्टनरों के साथ लगातार 19वें वर्ष पूरे भारत में अंतर्राष्ट्रीय व्हाइट कैन दिवस मनाया। स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास के प्रतीक के रूप में, अंतर्राष्ट्रीय व्हाइट कैन दिवस दृष्टिहीन व्यक्तियों की उपलब्धियों पर ध्यान देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। एमवे पिछले 2 दशकों से दृष्टिहीन व्यक्तियों के कल्याण हेतु काम कर रहा है। आम जनता को दृष्टिहीन व्यक्तियों के बारे में जागरूक करने और उनके प्रति सहानुभूति दिखाने व उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एमवे इंडिया ने विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है, जिनमें संगीतमय कार्यक्रमों का आयोजन, ब्रेल लिपि में प्रेरणादायक पुस्तकों को लॉन्च, पर्यावरण को बचाने हेतु प्लास्टिक के प्रयोग को समाप्त करने के लिए लोगों को संवेदनशील बनाने पर जोर देना और दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए दूसरों के साथ रैली का आयोजन शामिल है।
लखनऊ में एमवे ने राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ (एनएबी) के साथ मिलकर दृष्टिहीन कलाकारों की प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए एक विशेष नाटक का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में एनएबी के दृष्टिबाधित छात्रों द्वारा पर्यावरण को बचाने के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए प्लास्टिक को ना कहें, पर एक मनोरम नाटक पेश किया गया। नाटक “से नो टू प्लास्टिक” का प्रभावी प्रदर्शन रत्ना अस्थाना के निर्देशन में किया गया। इसमें मदारी का किरदार अनुराग, जमूरे का निखिल, इंस्पेक्टर का प्रतीक, सब्जीवाले का कृष्णा और हवलदार का रज्जाक ने अदा किया। रत्ना के निर्देशन में ही कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना एक दंताय से हुई।
उसमें अनवी, अपूर्वा, रूपल, ऊषा, सत्यम यादव और सत्यम भास्कर, दीपाली, प्रगति और पिंकी ने आकर्षक संयोजन तैयार कर प्रशंसा हासिल की। इरम के निर्देशन में फैशन शो हुआ उसमें रज्जाक, अभिनंदन, मजरूल सहित अन्य ने भारतीय परिधनों को सुंदर रूप में पेश किया। रंगों और प्रतिभाओं के असंख्य प्रदर्शन के साथ उत्सव जारी रहा जब दृष्टिबाधित व्यक्तियों ने भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक परिधानों को प्रदर्शित करते हुए रैंप वॉक किया, जिसे दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।
विशेष नाटक और फैशन शो कार्यक्रम-
माननीय अतिथि बृजेश पाठक उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री (विधि एवं न्याय) और राज्य मंत्री मोहसिन रजा (अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज) व राज नारायण, एसोसिएट मैनेजर, सीएसआर, एमवे इंडिया ने एमवे डायरेक्ट सेलर के साथ इस विशेष कार्यक्रम के दौरान लाभार्थियों को व्हाइट कैन प्रदान की। इस अवसर पर एमवे इंडिया के उत्तर व दक्षिण के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीएस चीमा का कहना है कि, “एमवे 1999 से दृष्टिहीन व्यक्तियों के कल्याण को समर्थन प्रदान कर रहा है और इसके लिए प्रचार भी कर रहा है।
दृष्टिहीनों के साथ काम करते हुए हमने अनुभव किया है कि प्रत्येक व्यक्ति की क्षमता हमेशा उसकी विकलांगता से अधिक मजबूत होती है और शारीरिक कमियों को सही शिक्षा, ज्ञान और मार्गदर्शन के साथ पूरा किया जा सकता है। व्हाइट कैन दिवस का आयोजन करने का हमारा उद्देश्य सिर्फ दृष्टिहीन व्यक्तियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों का मान बढ़ाना नहीं है बल्कि उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है। मैं आज के आयोजन में सभी प्रतिभागियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से बेहद प्रभावित हूं।
एनएबी, लखनऊ यूपी स्टेट ब्रांच की वाइस प्रेजीडेंट अमिता दुबे का कहना है, व्हाइट कैन दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है ताकि विकलांगों के बारे में जानकारी प्रदान की जा सके और दृष्टिहीन दिव्यांग व्यक्तियों का समाज में जीवनयापन व स्वतंत्र रूप से काम करना सुनिश्चित हो सके। “पिछले 3 वर्षों से दृष्टिहीन बच्चों के लिए कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम में एमवे इंडिया के समर्थन के लिए उन्होंने एनएबी लखनऊ की ओर से आभार व्यक्त किया।
दृष्टिहीनों के लिए राष्ट्रीय प्रोजेक्ट के तहत एमवे ने दृष्टिहीनों को समर्थन प्रदान करने हेतु विभिन्न पहलें शुरू की हैं-
- एमवे ने 12 राज्यों में ब्रेल लिपि वाली पाठ्य पुस्तकें प्रदान करके 85,000 से अधिक दृष्टिहीन बच्चों के समर्थन प्रदान किया है।
- एमवे 2008 से दृष्टिहीनों को कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है और देश भर मे 15 कंप्यूटर केंद्र स्थापित किए हैं। प्रतिवर्ष एमवे समर्थित कंप्यूटर केंद्रो पर कुल 1000 दृष्टिहीन व्यक्ति लाभान्वित हो रहे हैं।
- एमवे ने पूरे भारत में 33 ऑडियो ब्रेल लिपि वाले पुस्तकालय स्थापित किए हैं, कोलकाता में ट्रेवल और टूरिज्म कोर्स शुरू किया है, मदुरै में एक बीपीओ स्थापित किया है चंडीगढ़, रायपुर और गुवाहाटी में दृष्टिहीनों के लिए संगीत अकादमियों की स्थापना की है।
- एमवे ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के लिए बारहवीं कक्षा की शैक्षिक सामग्री के डिजिटली करण कार्यक्रम को समर्थन प्रदान किया है, साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय, मुंबई विश्वविद्यालय और हैदराबाद ईएफएलयू विश्वविद्यालय के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा सामग्री के चयन में सहयोग प्रदान किया है, जो देश भर में दृष्टिहीन छात्रों को विशेष रूप से मदद प्रदान कर रहा है।
- दृष्टिहीनों को शिक्षित करने के लिए एमवे ने एक एंड्रॉइड-आधारित एप्लिकेशन एक्सेसिबल रीडर लॉन्च किया है, जो उपलब्ध टेक्स्ट-टू-स्पीच इंजन का प्रयोग करता है और डिजिटल दस्तावेजों को पढ़ने के लिए दृष्टिहीनों को सुविधा प्रदान करता है।