इराक में पिछले तीन दिन से जारी सरकार विरोध प्रदर्शन में अब तक मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 34 हो गया है वहीं 1518 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मरने वालों में 31 आम नागरिक हैं वहीं नागरिकों के साथ हिंसक टकराव में तीन सुरक्षाकर्मियों की भी मौत हुई है। घायल 1518 में से 423 सुरक्षाबल के जवान हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, ‘इराकी इंडिपेंडेंट हाई कमीशन फॉर ह्यूमन राइट्स’ (आईएचसीएचआर) के एक सदस्य अली अल-बयाती ने गुरुवार रात पत्रकारों को बताया कि बगदाद और कुछ प्रांतों में तीन दिनों के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या दो सुरक्षाकर्मियों सहित बढ़कर 34 हो गई है।
उन्होंने कहा कि 1,518 घायलों में 423 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
बेरोजगारी, सरकारी भ्रष्टाचार और बुनियादी सेवाओं की कमी को लेकर मंगलवार और बुधवार को राजधानी बगदाद और इराक के कई प्रांतों में प्रदर्शन हुए।
बगदाद में प्रदर्शन हिंसक हो गए क्योंकि प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए।
विरोध प्रदर्शन अन्य इराकी प्रांतों में भी फैल गया जब सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने कई प्रांतीय सरकारी भवनों और प्रमुख राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर हमला किया और आग के हवाले कर दिया।
गुरुवार को बगदाद में सुबह 5 बजे से कर्फ्यू लगाए जाने के बावजूद छिटपुट विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
रक्षा मंत्री नजह अल-शम्मारी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उन्होंने राज्य की संप्रभुता को बनाए रखने और इराक में सक्रिय सभी विदेशी दूतावासों और राजनयिक मिशनों की रक्षा के लिए इराकी सशस्त्र बलों के लिए ‘अलर्ट’ की स्थिति बढ़ाने का फैसला किया है।