एलएसी पर चीनी सेना न तो कम हुई है और न ही उसने अपने बुनियादी ढांचे के विकास में कोई कमी की है। चीन के साथ सीमा पर स्थिति को “स्थिर लेकिन अप्रत्याशित” बताते हुए आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि चीन की कथनी और करनी में काफी फर्क है। पीएलए के साथ 17वें के दौर की वार्ता पर मनोज पांडे ने कहा कि हमे उनकी बातों पर ध्यान देने बजाय उनके कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है, तब हम गलत नहीं होंगे।
जनरल मनोज पांडे ने कहा कि चीन का दोहरा रवैया किसी से छिपा नहीं है। हम सभी जानते हैं कि चीनी क्या कहते हैं और वे जो करते हैं, वह बिल्कुल अलग होता है। धोखा उनके स्वभाव और चरित्र का हिस्सा है। हमें उनकी बातों पर ध्यान देने के बजाय उनके कार्यों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अगर हम ऐसा कर देते हैं तो गलत नहीं होंगे।
मनोज पांडे ने कहा कि अप्रैल-मई 2020 में #पीएलए द्वारा पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ किए जाने के बाद भारत पूर्वी लद्दाख में जारी सैन्य टकराव को हल करने के लिए राजनीतिक, राजनयिक और सैन्य स्तरों पर बातचीत कर रहा है। हम कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के 17वें दौर की तारीख की तलाश कर रहे हैं। हम एक समाधान खोजने का प्रयास कर रहे हैं।
आर्मी चीफ मनोज पांडे ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान पूर्वी लद्दाख के बारे में बड़ा बयान दिया। चीन के साथ सीमा पर स्थिति को “स्थिर लेकिन अप्रत्याशित” बताते हुए जनरल मनोज पांडे ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (#एलएसी) पर अपनी सेना को न तो कम किया है, न ही बुनियादी ढांचे के विकास में कमी की है। उनकी सेना की गतिशीलता और कनेक्टिविटी लगातार बढ़ रही है