आतंकवाद निरोधक दस्ता(एटीएस) ने बांग्लादेशियों को घुसपैठ कराने वाले सिंडीकेट के सक्रिय सदस्य रोहिंग्या मुसलमान अब्दुल्ला उर्फ अब्दुल सलाम मंडल को वाराणसी से गिरफ्तार किया है। अब्दुल्ला पहचान बदलकर यहां लंबे समय से रह रहा था। अब्दुल्ला ने अवैध घुसपैठ कराकर हुई कमाई से बंगाल के पश्चिमी मेदिनीपुर अपना मकान भी बनवा लिया है। मूल रूप से म्यांमार का रहने वाले अब्दुल्ला के कब्जे से आधार कार्ड, पैन कार्ड, भारतीय निर्वाचन कार्ड, यूनएचआरसी का कार्ड, मोबाइल, तीन मेमोरी कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
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अब्दुल्ला के साथ-साथ यूपी एटीएस ने मामले में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुका है। गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों की तलाश भी तेज की गई है। गिरोह अवैध घुसपैठ कराने के साथ ही विदेशी फंडिंग से देश विरोधी गतिविधियों को भी बढ़ावा दे रहा था।एटीएस ने 11 अक्टूबर, 2023 को बांग्लादेश के मीरपुर निवासी आदिल मोहम्मद असरफी उर्फ आदिलुर्रहमान के अलावा बंगाल के निवासी नजीबुल शेख व अबु हुरायरा गाजी को गिरफ्तार कर बांग्लादेशी व रोहिंग्या की घुसपैठ कराने वाले गिरोह का राजफाश किया था।
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बताया गया है कि गिरोह के तार देवबंद (सहारनपुर) से भी जुड़े थे। नजीबुल व अबु हुरैरा देवबंद में ही शरण लिए हुए थे, जबकि बंगाल से देवबंद आ रहा गिरोह का सक्रिय सदस्य आदिलुर्रहमान को वाराणसी में गिरफ्तार किया गया था। एटीएस की जांच में गिरोह द्वारा भारत-बांग्लादेश सीमा से बांग्लादेशी नागरिकों को घुसपैठ कराने तथा उनके जाली भारतीय दस्तावेज तैयार करवाकर शरण दिलवाने की बात सामने आई थी।