औरैया। जिले में दोहरे हत्या काण्ड में जेल में निरुद्ध समाजवादी पार्टी (सपा) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) कमलेश पाठक के बालिका इंटर कालेज पर रविवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर सरकारी भूमि पर बने भवन को गिराकर उसे ध्वस्त कर दिया। आरोप है कि विद्यालय का कुछ भाग सरकारी नवीन परती भूमि पर बना था।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रविवार को बुलडोजर व भारी पुलिस फोर्स के साथ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा कर जनकदुलारी बालिका इण्टर कालेज बनाकर किये गये अवैध कब्जे वाले भवन को ध्वस्त कर दिया। बताया गया कि तहसीलदार न्यायालय में क्षेत्रीय लेखपाल की आख्यानुसार वादग्रस्त भूमि सं0 291क, 293ग व 291ख पर अवैध कब्जे की रिपोर्ट दो नवम्बर 2020 के आधार पर वाद योजित होकर प्रचलित हुआ वाद में नियमानुसार अतिक्रमणकर्ता कमलेश पाठक पुत्र रामऔतार निवासी औरैया को नोटिस आर0सी0 प्रपत्र 20 जारी किया गया, जो बाद तामील वापस आया तथा संलग्न पत्रावली है।
लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कमलेश पाठक ने शहर के गाटा सं0 2912, 2937 व 291ख जो अभिलेखों में नवीनपरती व बंजर दर्ज है, पर पक्का निर्माण व कालेज बनाकर तीन वर्ष से अवैध कब्जा किये हुए है। अतिक्रमणकर्ता की ओर से दिनांक 14 दिसम्बर 2020 को आपत्ति प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें आपत्ति करने हेतु एक माह का अवसर चाहा गया किन्तु एक माह का अवसर बीत जाने पर भी आपत्ति प्रस्तुत नही की गई। प्रतिवादी की ओर से कोई उपस्थित नही आया। अतिक्रमणकर्ता की वाद की पैरवी में कोई रूचि नही है। अतः आपत्ति का अवसर समाप्त किया जाता है।
क्षेत्रीय लेखपाल की आख्यानुसार वादग्रस्त भूमि सं0 291क, 293ग व 291ख पर अवैध कब्जे की पुष्टि होती है। अतः ग्राम औरैया परगना व जिला औरैया की गाटा सं0 291क/ 0.1090, 293ग/ 0.0200 व 291ख/0.0730 हेक्टेयर पर कमलेश पाठक द्वारा किये गये अवैध कब्जे से बेदखल किया जाता है तथा रूपया 3,75,000.00 (तीन लाख पच्छत्तर हजार रूपया) क्षतिपूर्ति तथा रूपया 10.00 निष्पादन व्यय आरोपित किया जाता है। क्षतिपूर्ति वसूली हेतु कमलेश पाठक के विरुद्ध नोटिस 49ग जारी हो। इसके साथ ही आज सुबह अपर जिलाधिकारी रेखा एस चौहान, उपजिलाधिकारी सदर रमेश यादव, तहसीलदार राजकुमार चौधरी, पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरेन्द्र नाथ, नायब तहसीलदार पवन कुमार व कोतवाल संजय कुमार पाण्डेय समेत भारी पुलिस फोर्स के साथ सरकारी भूमि पर बने विद्यालय भवन को बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया गया।
राजीनीतिक विद्वेष के तहत की गयी कार्रवाई
एमएलसी कमलेश पाठक के पुत्र डा. तिलकराज पाठक ने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 1994 में हमारी दादी जनकदुलारी के नाम से बने इस विद्यालय को राजनीतिक विद्वेष के तहत तोड़ा गया है। इस विद्यालय का शिलान्यास श्रंगेरीपीठ के शंकराचार्य और उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने किया था। सराकर ने आज राजनीतिक विद्वेष की भावना से इसे गिराया है और रविवार का दिन इसलिए चुना क्योंकि आज न्यायालय व विद्यालय दोनों बंद हैं। उन्होंने कहा कि मुझे किसी तरह का कोई नोटिस या पूर्व सूचना नहीं दी गयी। हम अपने घरों में सो रहे थे जिला प्रशासन अचानक भारी पुलिस फोर्स व जेसीबी मशीन लेकर आया और बुलडोजर चलने लगा। उन्होंने कहा कि यह पूरे तरीके से सरकार की वैमनस्यता पूर्ण कर्रवाई है जिसका समय आने पर जबाव दिया जायेगा, इसके लिए सरकार में बैठे लोगों को तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने उन्हें किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी। तोड़ते समय न कोई बात बता रहे और न हमारी सुन रहे हैं। आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला, यदि प्रशासन ने दिया हो तो सामने आकर दिखा सकता है, जिले के अधिकारी झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अत्याचारी सरकार कि खिलाफ न्यायालय ही एक रास्ता है जो उनके लिए खुला है और वह इस कार्रवाई के खिलाफ न्यायालय जायेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि तहसीलदार न्यायालय में जो वाद चला रहे थे, उसको कल (03 अप्रैल) को खारिज कर 25 फरवरी में अपलोड कर खारिज दिखा दिया इससे ज्यादा मिथ्या या गलत क्या हो सकता है।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर