मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीर्थाटन व पर्यटन को समग्र विकास से जोड़ कर देखते है। उत्तर प्रदेश में बहुत संभावना भी है। लेकिन पहले इस दिशा में गंभीर प्रयास नहीं किये गए। योगी आदित्यनाथ का आरोप रहा है कि पिछली सरकारें अयोध्या का नाम तक लेने से बचती थी,वह विकास से अधिक अपनी सेक्युलर छवि को अहमियत देते थे।
जबकि इस सरकार ने इस सोच को बदला है। विगत चार वर्षों में अयोध्या के विकास हेतु अनेक योजनाओं को लागू किया गया। मुख्यमंत्री स्वयं वहां जाकर प्रगति की समीक्षा करते है। मुख्यमंत्री कार्यालय भी इसके प्रति सजग रहता है। इसी क्रम में योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे। उन्होंने कहा कि अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ साथ समस्त आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर इसका सर्वांगीण विकास हमारी प्राथमिकता है।
अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाने का कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापरक ढंग से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने अयोध्या को ईको फ्रैण्डली सोलर सिटी के रूप में विकसित करने पर बल देते हुए कहा कि अयोध्या धाम के विकास में इसके सांस्कृतिक महत्व के साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
समयबद्ध निर्माण
योगी आदित्यनाथ योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता व समयबद्धता पर विशेष जोर देते है। उन्होंने निर्माणाधीन कुमारगंज चिकित्सालय, देवगांव चिकित्सालय तथा राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद अयोध्या में विद्युत तारों की अण्डरग्राउण्ड केबलिंग के अवशेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
आकर्षक बनेंगे स्थल
योगी आदित्यनाथ कहा कि अयोध्या धाम को आकर्षण का केन्द्र बनाने के लिए पुराने मन्दिरों,धर्मशालाओं आदि का जीर्णोद्धार सन्तों के साथ समन्वय कर कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रामायण कालीन वनस्पतियों को संरक्षित और प्रोत्साहित किया जाए। वन विभाग एवं उद्यान विभाग बेहतर समन्वय करके चौरासी कोसी,चौदह कोसी तथा पंचकोसी परिक्रमा मार्गों पर इनका पौधरोपण करें। विभिन्न स्थानों पर इन वनस्पतियों के उपवन एवं उद्यान भी विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम के विकास में यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य दृष्टिगोचर होना चाहिए।
धरोहरों का संरक्षण
सौ साल से अधिक पुराने वृक्षों को चिन्ह्ति कर धरोहर घोषित किया जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या धाम में परिक्रमा केवल परिक्रमा ही नहीं,अपितु श्रद्धा एवं आस्था पर आधारित अनुष्ठान है। उन्होंने परिक्रमा मार्गों पर श्रद्धालुओं को समस्त सुविधाएं देने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे नंगे पांव परिक्रमा करने वालों के साथसाथ अपने साधन से यह कार्य करने वालों को भी सुविधा मिल सके।
कनेक्टिविटी का विस्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा स्थापित किया जा रहा है। हवाई अड्डे के शीघ्र संचालन के लिए केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय से समन्वय करते हुए सभी कार्यवाहियां समय से सुनिश्चित करायी जाएं। आगामी समय में अयोध्या में पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि होने के दृष्टिगत उन्होंने शहर के चार मार्गों-लखनऊ, आजमगढ़,प्रयागराज, गोरखपुर पर बस अड्डा एवं पार्किंग स्थल विकसित किए जाने पर बल दिया। इन्हें पीपीपी मॉडल अथवा सरकारी व्यय से स्थापित किए जाने पर विचार किया जाएगा। अयोध्या के विकास के लिए यहां के रेलवे स्टेशन का विस्तार आवश्यक है।
रेलवे से जुड़े प्रोजेक्ट्स को शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण को प्राथमिकता पर पूर्ण किए जाने के निर्देश देते हुए इसके लिए रेलवे के साथ समन्वय पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या नगर की सड़कों सहित छह फ्लाईओवर्स के निर्माण कार्यों,श्रीराम जन्मभूमि के आस पास संचालित निर्माण कार्यों, नगर की पेयजल एवं सीवर परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।