लहरपुर/सीतापुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है, यहाँ स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है। मरीज को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध करवाने के शासन के आदेशों का पालन नहीं हो रहा है। सामुदायिक केंद्र में तैनात डॉक्टर शासन के निर्देशों को ठेंगा दिखते हुए अक्सर अस्पताल से नदारत रहते हैं। जिससे स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं केंद्र पर आने वाले मरीजों को बाहर की दवाइयां लिखी जा रही हैं। वहीं एक्सरे मशीन खराब होने से एक्सरे कराने वाले मरीजों को बाहर से 300 रुपये देकर देकर एक्सरे करवाना पद रहा है। उधर एमरजैंसी वार्ड का तो और बुरा हाल हैं।
इमरजेंसी वार्ड में पड़े बेडों पर बिछी चादरें गन्दी होने के बावजूद उसी पर इमरजेंसी वार्ड में आने वाले मरीजों का उपचार किया जा रहा है। अस्पताल परिसर जनरेटर तो उपलब्ध है लेकिन डीजल की कमी की वजह से अक्सर बंद पड़ा रहता है, जससे रात के समय में बिजली चली जाने के बाद प्रे परिसर में अंधेरा छा जाता है। कभी कभार मरीजों का टॉर्च की रोशनी में इलाज किया जाता है। इतना ही नहीं कोरोना वैक्सीन सेंटर में लगा पंखा पिछले कई महीनों से खराब पड़ा है। जिसके विषय में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।