आज सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की हड़ताल है, जिसकी वजह से कामकाज बुरी तरह प्रभावित होगा। हालांकि, सभी बैंकों ने अपने ग्राहकों को इसकी सूचना पहले ही दे दी है, लेकिन बैंक अगर बंद रहेंगे तो ATM सेवा भी बुरी तरह प्रभावित होगी। आज यह संभव है कि ज्यादातर ATM में कैश नहीं हो।
बता दें कि आज ज्यादातर बैंकों में दो यूनियन से जुड़े कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इसके अलावा दिवाली की छुट्टियों के चलते भी बैंक लगातार चार दिन बंद रहेंगे। हालांकि राहत की बात यह है कि भारतीय स्टेट बैंक ने कहा है कि उनके यहां पर हड़ताल का असर नहीं पड़ेगा।
कर्मचारी संगठनों की इस घोषणा से त्योहारी सीजन में बैंकिग कामकाज पर असर पड़ने की संभावना है। ऐसे में लोगों को दिक्कतें हो सकती हैं।
ऑल इंडिया बैंक इंप्लाई यूनियन (एआईबीईए) और बैंक इंप्लाई फेडरेशन ऑफ इंडिया ने हड़ताल बुलाई है। बैंकों के प्रस्तावित विलय और जमा पर गिरती ब्याज दरों का विरोध करने के लिए यह हड़ताल होगी। हालांकि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने बयान जारी करते हुए कहा है कि उनके यहां पर इस हड़ताल का असर देखने को नहीं मिलेगा। बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सिंडिकेट बैंक जैसे तमाम सरकारी बैंकों में इस हड़ताल का असर देखने को मिलेगा, क्योंकि इन बैंकों में ये दो यूनियन से जुड़े कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है।
बैंकों के सात यूनियन इस हड़ताल में हिस्सा नहीं लेंगे। इन सात संगठनों में से तीन कर्मचारी और चार अधिकारियों के संगठन हैं। पिछली बार बैंक कर्मचारियों ने 26 और 27 सितंबर को हड़ताल की घोषणा की थी, लेकिन फिर इसको वापस ले लिया था।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के अधिकारियों समेत अन्य बैंक कर्मचारियों के संगठन के प्रतिनिधियों ने वित्त सचिव से मुलाकात की थी। इस बैठक में बैंकों के विलय की प्रक्रिया, वेतन संशोधन समेत कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई।
वित्त सचिव ने उनकी मांगों को गंभीरता से लिया और एक कमेटी बनाने का आश्वसन दिया जो सभी महत्वपूर्ण मसलों पर विचार करेगी। प्रतिनिधियों ने कहा कि वित्त सचिव ने पूर्वनिर्धारित बैंक हड़ताल को स्थगित करने की अपील की।
हड़ताल के बाद दिवाली पर चार दिन बैंक बंद रहेंगे। शनिवार 26 अक्तूबर को महीने का चौथा शनिवार है। रविवार को बैंक वैसे ही बंद रहते हैं। इसके बाद सोमवार 28 अक्तूबर को गोर्वधन पूजा के दिन और मंगलवार 29 अक्तूबर को भाई दौज के दौरान भी कई राज्यों में बैंक बंद रह सकते हैं। बैंकों की विलय प्रक्रिया के खिलाफ ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन ने कहा था कि हम सरकार के विलय के कदमों का विरोध करते हैं।
बैंकों के बंद रहने से एटीएम से धन निकासी भी प्रभावित हो सकती है। एटीएम में दो दिन के लिए रिजर्व कैश होता है, लेकिन इसके बाद नकद निकासी में परेशानी आ सकती है। इसी तरह, चेक क्लीयर होने में भी समय लग सकता हैं।