प्रयागराज पुलिस ने मंगलवार को अतीक के नौकर राकेश की निशानदेही पर जिस रजिस्टर की बरामदगी की, वह अतीक के छोटे बेटे के स्कूल का है। जिस पर उसका नाम और कक्षा नौ लिखा है। इसी रजिस्टर में उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े शूटरों के नाम से बनी आईफोन की आईडी अंकित है।
बताया जा रहा है कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को उसके बेटे ने आईफोन से बातचीत करने की सलाह दी। अतीक के बेटों ने उसकी आईडी बनाई और शूटरों को एक-एक आईफोन दे दिए गए। इसके बाद एक आईफोन अहमदबाद जेल में अतीक और दूसरा बरेली जेल में अशरफ को पहुंचाया गया।
अतीक और अशरफ को बताया गया था कि कैसे आईफोन के फेसटाइम से बातचीत करनी है। पुलिस अब तक उमेश पाल हत्याकांड में इस्तेमाल तीन आईफोन बरामद कर चुकी है। पहला आईफोन अतीक के बेटे असद का लखनऊ स्थित अपार्टमेंट से और दूसरा धूमनगंज में सजर के पास से और तीसरा मंगलवार को चकिया से बरामद किया है।
पुलिस को छानबीन से पता चला कि उमेश पाल की हत्या से पहले शाइस्ता परवीन ने एक साथ सभी आईफोन खरीदे थे। अतीक अहमद के घर पर ही सभी फोन की आईडी बनाई गई। इनमें अतीक की आईडी बड़े के नाम से बनी है। वहीं अशरफ की आईडी छोटे के नाम से है। गुलाम की आईडी उल्लू के नाम से है।
इसके अलावा अधिवक्ता सौलत की आईडी एडी 010 के नाम से बनी है। इसी तरह से सजर की बनी आईडी भी इसी रजिस्टर में अंकित है। पुलिस ने जब 21 मार्च को सजर को गिरफ्तार किया था तो उसके पास से आईफोन बरामद किया। पुलिस ने इस रजिस्टर को साक्ष्य के रूप में सुरक्षित कर लिया है।