लखनऊ-राजधानी के अलीगंज थानाक्षेत्र मे एक भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सैनिक ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली । सैनिक ने सुसाइड नोट लिख कर आत्महत्या करने की कारण को उजागर किया है ।सूचना पर पहुंची ने शव का पंचनामा कर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शारदा नगर बँगला बाजार निवासी ओम प्रकाश(52) भारतीय सेना से नायक पद से वर्ष 2001 में सेवानिवृत्त हुए थे और अपनी पत्नी सरस्वती समेत तीन बच्चे क्रमशः शारदा, संदीप और प्रभात के साथ रहते थे। ओम प्रकाश सेवानिवृत्त होने के बाद पिछले साढ़े तीन साल से अलीगंज के आईटीआई संस्थान में बतौर सुरक्षाकर्मी कार्यरत थे। रविवार दोपहर ओम प्रकाश का शव संस्थान की छत पर मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक के दाहिने पैर में प्लास्टिक सुतली बंधी थी जो घुमाकर उनकी लाइसेंसी रायफल के ट्रिगर से बंधी हुई थी। वही बंदूक से निकली गोली उसके सर को चीर कर पार हो चुकी थी। घटना की जानकारी पाकर सीओ अलीगंज डॉ मीनाक्षी समेत अलीगंज इंस्पेक्टर मधुकांत मिश्रा और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुँच गई। इंस्पेक्टर अलीगंज मधुकांत मिश्रा ने बताया कि शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी गई है और घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
पत्नी करती थी शक इसलिए मौत को गले लगाया
पूर्व नायक सूबेदार व सैनिक कल्याण निगम सिक्योरिटी के इंचार्ज एसएन पांडेय ने बताया कि मृतक उनसे अक्सर घर में होने वाले कलेश को साझा करता था। वह बताता था कि पिछले दो वर्षों से उसकी पत्नी उससे इस बात को लेकर विवाद कर रही है क्योंकि उसको शक है कि उसके स्थानीय निवासी एक महिला से अवैध सम्बन्ध है। वही पत्नी के शक से आहत होने की बात मृतक ने सुसाइड नोट में भी लिखी है। मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि सरस्वती तुम अक्सर मुझ पर शक करती हो जबकि मेरा किसी से कोई संबंध नही है। साथ ही मृतक ने यह भी लिखा है कि अब मैं तुम्हे और नही समझा सकता।
दो दिन पहले गृह कलेश मे हुई थी मारपीट
सिक्योरिटी इंचार्ज एसएन पांडेय ने बताया कि दो दिन पहले 17 फरवरी को मृतक का घर में विवाद हुआ था। 17 तारीख की शिफ्ट में जब मृतक ड्यूटी पर आया था तो उसने एसएन से विवाद की बात साझा की थी और बताया था कि घर में विवाद के दौरान बेटे प्रभात ने पत्नी और बेटी संग मिलकर उसको पीटा था। एसएन ने बताया कि मृतक बहुत दुखी था और बेटे द्वारा खुद पर हाथ उठाने को लेकर काफी आहत हुआ था।