मध्य प्रदेश रायसेन तहसील के हकीम खेड़ी में शनिवार को वन परिक्षेत्र में अवैध खदानों के रास्ते बंद करने गई वन विभाग की टीम पर माफियाओं ने हमला कर दिया था। जिसमें डिप्टी रेंजर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस मामले के बाद कलेक्टर अरविंद दुबे के निर्देश पर पुलिस और वन विभाग ने संयुक्त रूप से ग्राम हकीमखेड़ी की वन क्षेत्र में संचालित अवैध पत्थर फर्सी खदानों में बड़ी कार्रवाई की है।संयुक्त टीम ने 12 जेसीबी के साथ पहुंचकर वन क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित सभी पत्थर फर्सी खदानों को बंद दिया है।
रविवार को जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और वन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से रायसेन तहसील के ग्राम हकीमखेड़ी में अवैध उत्खननकर्ताओं के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए हकीमखेडी के आसपास वन क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित सभी पत्थर खदानों को बंद किया गया।
रविवार को सुबह ही प्रशासनिक, पुलिस और वन विभाग के अधिकारी 12 जेसीबी के साथ हकीमखेड़ी पहुंचे तथा यहां वन क्षेत्र में संचालित अवैध पत्थर खदानों को बंद करने की कार्रवाई की। साथ ही खनन किए गए पत्थरों को भी नष्ट किया गया और खदानों तक पहुंचने वाले सभी मार्गों को बंद कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को इन अवैध खदानों के पहुंच मार्गों को बंद करने गए वन विभाग के अमले पर अवैध उत्खनन कर्ताओं द्वारा जानलेवा किया गया था। जिसमें डिप्टी रेंजर श्री लाल सिंह पूर्वी गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिनका एम्स भोपाल में उपचार हो रहा है। घटना के बाद कलेक्टर अरविंद दुबे, पुलिस अधीक्षक विकास शहवाल और डीएफओ द्वारा हकीमखेड़ी पहुंचकर स्थल का निरीक्षण किया गया था।
कलेक्टर अरविंद दुबे द्वारा अवैध पत्थर खदानों को बंद करने के निर्देश दिए गए थे। रविवार को की गई कारवाई के दौरान डीएफओ विजय कुमार, एएसपी कमलेश कुमार, एसडीएम मुकेश सिंह सहित लगभग 100 से अधिक पुलिस जवान और वन कर्मी संयुक्त रूप से उपस्थित रहे।
तीन नामजद आरोपी गिरफ्तार, शेष आरोपियों की भी जल्द होगी गिरफ्तारी
इस घटना में पुलिस द्वारा 06 नामजद आरोपियों के विरुद्ध 307 सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज करते हुए तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष फरार तीन आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इनके अतिरिक्त वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार करने के कार्यवाही भी की जा रही है।