कोरोना संक्रमण के बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। विभाग की लापरवाही सामने आने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने नाम के धोखे में दो नेगेटिव मरीजों की बजाए उनके स्थान पर दो पॉजिटिव मरीजों को क्वारंटाइन सेंटर से घर भेज दिया। मामले का खुलासा हुआ तो आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग ने दोनों ही पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती करा दिया। साथ ही मरीजों के घर जाने के बाद उनके संपर्क में आए लोगों को ढूंढकर क्वारंटाइन किया जा रहा है।
दरअसल, आईएफटीएम क्वारंटाइन सेंटर से बुधवार शाम 121 लोग क्वारंटाइन अवधि पूरी करने के बाद अपने घरों को भेजे गए थे, संबंधित स्टाफ ने एक जैसे दो नामों के गफलत में दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भी एंबुलेंस से उनके घर भेज दिया। इसकी जानकारी जब गुरुवार को आसपास के लोगों को हुई तो उन्होंने इसका विरोध किया क्योंकि 21 अप्रैल को ही पीरजादा निवासी 33 साल के युवक और इंद्रा चौक निवासी 30 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मामला जब पुलिस तक पहुंचा तो क्वारंटाइन सेंटर से मरीजों का सत्यापन कराया गया।
वहीं गलती का एहसास होते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा गया। इसके बाद सूचना पर दोनों पॉज़िटिव मरीज़ों को L1 हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। अब पॉज़िटिव मरीज़ों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों क्वारंटाइन को किया गया है। ज़रूरत होने पर क्वारंटाइन अवधि पूरा कर चुके लोगों के सैंपल फिर से लिए जाएंगे। कोरोना पॉज़िटिव को घर छोड़ने गए स्टाफ़ की भी स्क्रीनिंग कराई जा रही है।
उधर, सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग ने कहा कि पूरे हौसले से काम कर रही टीम से यह गलती भले ही अनजाने में हुई हो, लेकिन यह गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण है। दोनों मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराकर उनके संपर्क में आने वाले सभी लोगों का क्वारंटाइन कराया गया है। जरूरत पड़ने पर उनके सैंपल भी लिए जाएंगे। ज़िला अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अनजाने में ऐसी ग़लती हुई है। दोबारा ऐसी गलती न हो इसकी हिदायत दी गई है।