मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन गया है. स्मार्टफोन एक मात्र फोन ना होकर किसी एक व्यक्ति की जीवन कुंडली बन गया है. निजी से लेकर सार्वजनिक जीवन और उसकी तमाम आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी जानकारी तक मोबाइल फोन में कैद होती है. Dracarys मालवेयर मिला है, जो एंड्रॉयड एप के फेक वर्जन बनाकर एंड्रॉयड डिवाइसेज पर अटैक कर रहा है।
मालवेयर व्हाट्सएप, यूट्यूब, सिग्नल और टेलीग्राम जैसे एप के फेक एप बना रहा है और इसी के माध्यम से एंड्रॉयड डिवाइसेज में फैल रहा है। मोबाइल फोन और ई-मेल पर आए दिन तमाम ऐसे फेक लिंक्स आते रहते हैं जिन पर क्लिक करते ही यूजर्स की सारी जानकारी हैकर्स के पास चली जाती है.
यह मालवेयर एंड्रॉयड डिवाइसेज में बिना परमिशन के घुसता है और उसकी सिक्योरिटी एक्सेस को वायपास कर देता है। इसके बाद यह मालवेयर एंड्रॉयड डिवाइस से कॉन्टेक्ट और कॉल डिटेल, फाइल, एसएमएस टेक्स्ट, लोकेशन और फोन के पर्सनल डाटा को भी चुरा लेता है।
Dracarys मालवेयर एंटी वायरस एप से भी पकड़ में नहीं आ रहा है। हालांकि यह मालवेयर अभी अपने शुरुआती रूप में है, इसलिए सतर्क रहकर इससे बचा जा सकता है।मोबाइल फोन के इस बढ़ते महत्व के चलते साइबर ठगों की नजर हर समय आपके फोन पर रहती है. हमारे सामने साइबर ठगी की नई-नई घटनाएं सामने आती रहती हैं.