लखनऊ। विगत 30 जुलाई से शुरू किए गये उ. प्र. गोसेवा आयोग द्वारा प्रदेश व्यापी निरीक्षण अभियान के तहत आज आयोग के उपाध्यक्ष अतुल सिंह द्वारा नादरगंज स्थित कान्हा उपवन गौशाला का निरीक्षण किया गया। गोशाला में लगभग 9025 गोवंश संरक्षित है। उक्त गोशाला में गोवंश के रख-रखाव एवं संरक्षण-संवर्धन, व्यवस्था की प्रसंशा की गई । उपाध्यक्ष ने गोवंश को गो-ग्रास खिलाकर सनातन परम्परा का निर्वाह करते हुये गोवंश का आशिर्वाद प्राप्त किया।
गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष ने किया कान्हा उपवन गौशाला का निरीक्षण
संयुक्त निदेशक, डा.अरविन्द कुमार राव ने बताया कि संरक्षित गोबंशों का भरण-पोषण नगर विकास विभाग से प्राप्त प्रतिवर्ष लगभग 9 करोड़ रूपये की धनराशि से किया जाता है। गोशाला के प्रबंधक यतेन्द्र त्रिवेदी ने बताया कि गोशाला को स्वावलम्बी बनाने हेतु गोमय उत्पादों जैसे-गो-काष्ठ, गोनाइल, गोबर के गमले, दीपक, मूर्तियां, वर्मी कम्पोस्ट आदि का निर्माण किया जाता है। गोशाला में पाॅलीक्लीनिक की सुविधा है जिसमें गोवंश का इलाज किया जाता है, जहां पर चार पशुचिकित्सक उपलब्ध हैं, जिनमें से एक 24 घण्टे मोबाइल पर उपलब्ध हैं।
कान्हा उपवन में संचालित अन्नपूर्णा भोजनालय में गोशाला में कार्यरत 250 कर्मचारियों को 1000 रुपये प्रतिमाह से सुबह का नास्ता, दोपहर व शामका खाना व परिवार के लिये 1 लीटर दूध दिया जाता है साथ ही परिवार के साथ रहने वाले कर्मचारियों को गोबर गैस की सुविधा भी प्रदान की जाती है। प्रत्येक परिवार को एक गाय पालने के लिये दी गयी है तथा उनके बच्चों को नगर निगम के स्कूल में पढ़ाया जाता है।
कान्हा उपवन द्वारा उत्पादित अवशिष्ट के लिये भारत बायोटेक एनर्जी लिमिटेड (बी. बी. ई. एल.) गुजरात एवं जे.बी.एल. कम्पनी, गुजरात के अधिकारियों का संयुक्त दौरा हुआ है। इनके द्वारा लगभग 25 करोड़ लागत से पी.पी.पी. माॅडल प्लान्ट बनाया जायेगा, जिसमें गोबर से बायो गैस सी. एन. जी. गैस का उत्पाद किया जायेगा। उत्पादित सी.एन.जी. नगर निगमों के वाहनों में सस्ती दरों पर उपलब्ध होगी एवं 15 लाख रूपये लीज रेन्ट के रूपमें नगर निगम को प्रतिवर्ष मिलेगा। आयोग के उपाध्यक्ष, द्वारा गोशाला में संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण, रख-रखाव तथा कान्हा उपवन में स्वावलम्बन की ओर अग्रसित हो रहे कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि प्रदेश के अन्य नगर निकायों में उक्त माॅडल व क्रियाकलापों को अपना कर स्वावलम्बी बनाया जा सकता है।
निरीक्षण के दौरान राकेश कुमार यादव, अपर नगर आयुक्त, लखनऊ, डा. अरविन्द कुमार राव, संयुक्त निदेशक, स्थानीय निकाय, डा. वीरेन्द्र सिंह, सचिव, उ.प्र. गोसेवा आयोग एवं भाजपा, विश्व हिन्दू महासंघ तथा हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
