लखनऊ। आज 9 दिसम्बर को राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश कार्यसमिति की एक बैठक आयोजित की गयी जिसमें राष्ट्रीय पदाधिकारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, विधायकगण, पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक तथा मण्डल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष एवं महानगर अध्यक्षों ने भाग लिया और अपने अपने विचार रखे। बैठक को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद जयन्त चौधरी ने बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया तथा बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने की।
26 दिसम्बर को लखनऊ में रालोद का धरना
बैठक को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह ने राष्ट्रीय लोकदल के इंडिया गठबंधन के साथ रहने के संकल्प को दोहराया।
उन्होंने एक तरफ 7 जनवरी को मेरठ में युवा संसद के आयोजन की घोषणा की वहीं दूसरी तरफ 23 दिसंबर चौधरी चरण सिंह की जयन्ती तक स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं किये जाने एवं किसानों को उनकी उपज का डेढ़ गुना लाभकारी मूल्य न दिये जाने की स्थिति में दिनांक 26 दिसम्बर को लखनऊ में धरना आयोजित करने का ऐलान किया।
शिक्षकों के संघर्ष में सड़क से संसद तक साथ देने की घोषणा
गन्ने के रस से इथेनॉल उत्पादन पर रोक किसानों पर मार है। प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध से किसानों की कमर टूट रही है और सरकार किसानों को 14 दिन में गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि उक्त अवैधानिक कार्यो के विरुद्ध सत्तारूढ दल से संघर्ष में आम जनमानस एवं मीडिया को भी अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा।
जयंत चौधरी ने इको गार्डन में धरने पर बैठे शिक्षकों को नियुक्ति न दिये जाने पर सरकार को जमकर घेरा और शिक्षकों को उनके संघर्ष में सड़क से संसद तक साथ देने की घोषणा की।
इंडिया गठबंधन में रालोद महत्वपूर्ण घटक
राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने सत्ता प्राप्ति हेतु संगठन की मजबूती पर जोर देते हुये इंडिया गठबंधन में रालोद को महत्वपूर्ण घटक होने की बात कही। किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह के सपनों को साकार करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह निरंतर संघर्ष कर रहे हैं और रालोद का प्रत्येक कार्यकर्ता इस संघर्ष में तन मन धन से अपने नेता के साथ है।
रालोद की गारण्टी, किसानों को हितकारी सरकार और समाज में भाईचारा
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा कि जयंत चैधरी राजनीति का उभरता सितारा है जिनकी सर्व समाज में स्वीकार्यता है। रालोद को वर्तमान समय में धनबल, बाहुबल का सामना अपनी दृढ इच्छाशक्ति एवं संगठन के माध्यम से करना है।
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रालोद जनहित में दो गारण्टी देता है किसानों को हितकारी सरकार और समाज में भाईचारा। जनता परिवर्तन चाहती है किन्तु सत्तारूढ दल बहकावे एवं प्रलोभन की राजनीति कर रहा है। 2024 का चुनाव लोकतंत्र एवं संविधान बचाने का चुनाव है इस लड़ाई में रालोद की महती भूमिका है।
राष्ट्रीय लोकदल की प्रदेश कार्यसमिति में राजनीतिक, आर्थिक एवं कृषि प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया। राष्ट्रीय लोकदल कार्यसमिति लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों को अक्षुण्ण रखने के लिए देश में राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए कटिबद्ध है। प्रदेश की कार्यसमिति अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को इंडिया गठबंधन को मजबूत करने के लिए उन्हें पूरा अधिकार देती है।
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जिससे देश में राजनीतिक परिवर्तन लाने में मजबूती मिले। राष्ट्रीय लोकदल किसानों, युवाओं के साथ अन्याय और उत्पीड़न से मर्माहत है। लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं पर हो रहे कुठाराघात पर चिंतित है। इसलिए हमारे नेता जयन्त चौधरी को देशभर में विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए उन्हें विपक्षी दलों से विचार विमर्श करने और सबका सहयोग प्राप्त करने के लिए प्रदेश कार्यसमिति उन्हें अधिकृत करती है।