- Published by- @MrAnshulGaurav
- Sunday, July 24, 2022
ककुवा ने प्रपंच की शुरुआत करते हुए कहा- भाजपा आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू क राष्ट्रपति बनाय दिहिस। मोदी-शाह केरी रणनीति सफल रही। विपक्ष चारिव खाना चित होय गवा। किस्मत केरा खेलु द्याखव।
मुर्मू बहिन उड़ीसा क झोपड़ी त दिल्ली क राजमहल म पहुंच गयीं। भाजपा यहिके पहिले कानपुर के दलित रामनाथ कोविंद क राष्ट्रपति बनाइस रहय। यही तिना अटल बिहारी वाजपेयी याक मुस्लिम वैज्ञानिक अब्दुल कलाम का राष्ट्रपति बनाइन रहय। भाजपा राष्ट्रपति चुनाव म कुछु नवा करत हय।
राष्ट्रपति केरे बहाने ते हमेशा एकु नवा संदेश देय कोशिश कीन जात हय। भाजपा उपराष्ट्रपति वाली कुर्सी प पश्चिम बंगाल केरे राज्यपाल धनकड़ का बैठावै जाय रही। राज्यपाल धनकड़ अउ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी क मध्य छत्तीस क्यारु आंकड़ा हय। भाजपा धनकड़ का वफादारी क्यार इनाम देय जाय रही।
चतुरी चाचा बड़े इत्मीनान से अपने चबूतरे पर बैठे थे। आज भोर में बारिश हो जाने से सुबह मौसम खुशगवार था। आसमान में सावन की घटाएं थीं। मंथर गति से पुरवा हवा चल रही थी। पुरई मक्के के भुट्टे भुनने की तैयारी कर रहे थे। उधर, गांव के बच्चे नीम और आम के पेड़ में झूला झूल रहे थे। ककुवा, मुंशीजी, कासिम चचा व बड़के दद्दा देश में एक आदिवासी महिला के राष्ट्रपति बनने की चर्चा कर रहे थे। मेरे चबूतरे पर पहुंचते ही ककुवा ने प्रपंच का आगाज कर दिया। ककुवा का कहना था कि भाजपा राष्ट्रपति चुनाव में हर बार देश और समाज को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश करती है। अब्दुल कलाम, रामनाथ कोविंद व द्रौपदी मुर्मू इसका उदाहरण है। इस बार उपराष्ट्रपति पद पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल धनकड़ को बिठाया जा रहा है। धनकड़ ने भाजपा की धुर विरोधी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगाम कसने की पूरी कोशिश की। भाजपा अब धनकड़ को इसका इनाम देने जा रही है।
चतुरी चाचा ने कहा- भइय्या, भाजपा कांग्रेस अउ क्षेत्रीय दलन ते भारत का मुक्त करावै म जुटी हय। यूपी म द्याखव, अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव म बड़ी जतन ते अपन कुनबा जोड़िन रहय। मुला, भाजपा अइस चाल चलिस कि मुलायम पूत क्यारु कुनबा बिखरन गा। काल्हि सपा शिवपाल यादव अउ ओम प्रकाश राजभर का तलाक दै दिहिस। अपर्णा यादव तौ पहिलेन ते भाजपा क गोदी म खेलि रहीं। भाजपा मोदी का ब्रांड बनाय दिहिस। जनता जनार्दन पय मोदी क्यारु जादू चलि रहा। मतदाता भाजपा अउ कमल भूलिगे। सब जने क मोदी याद रहत हयँ बस। भाजपा विपक्षिन का धूल चटावै ख़ातिन योगिव क तरकस म रक्खे हय। यूपी क मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फायर ब्रांड भाजपा नेता हयँ। भाजपा योगी का सारे देस म घुमाय रही हय। हमार जीव कहत हय कि मोदी क बादि योगी प्रधानमंत्री बनिहै। विपक्षी डाल-डाल चलि रहे। भाजपा पात-पात चलि रही। आदिवासी मुर्मू का राष्ट्रपति बनायव क पीछे बड़ी रणनीति हय। मुर्मू क सहारे भाजपा उड़ीसा म बढ़त लेइ। यहिके अलावा देस भरिके आदिवासी भाजपा केर गुणगान करिहैं।
इसी बीच चंदू बिटिया परपंचियों के लिए तुलसी-अदरक की चाय लेकर आ गई। इधर, पुरई मक्के के भुट्टे भून चुके थे। हम सबने पहले नींबू-नमक लगाकर भुट्टे चबाए। फिर सबने चाय के कुल्हड़ उठा लिया। कड़क चाय के साथ प्रपंच आगे बढ़ा।
मुंशीजी ने कहा- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा में ला रहे हैं। इसकी झलक उनकी तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं में देखने को मिलती है। इसके अलावा मोदी ने पद्मश्री पुरस्कार वितरण में भी देश की छुपी-दबी प्रतिभाओं को बाहर लाने का कार्य कर रहे हैं। इसी तर्ज पर वह अनेक जमीनी लोगों को विधायक, मंत्री, सासंद बनाते हैं। मोदी और योगी राजनीति में ईमानदार, परिश्रमी लोगों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। इससे भ्र्ष्टाचार पर नकेल लगेगी। वैसे भी देश को बड़े-बड़े घोटालों से मुक्ति मिली है। बीते आठ साल से केंद्र व भाजपा शासित राज्यों में किसी बड़े घोटाले की सूचना नहीं मिली है। पहले तो अखबारों के पन्ने घोटालों की खबरों से रंगे रहते थे।
बड़के दद्दा ने विषय परिवर्तन करते हुए कहा- बारिश की कमी, लेट-लतीफी और नीचे जा रहे भू-जल स्तर को देखकर चिंता होती है। ऐसे में वर्षा जल संरक्षण अपरिहार्य हो गया है। केन्द्र सरकार ने एक अनोखा कदम उठाया है। इस योजना को अमली जामा पहनाने में समाज को अपना योगदान देना चाहिए। भारत अपनी आजादी का 75वां साल पूरा करने जा रहा है। पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में केन्द्र सरकार ने अमृत सरोवर मिशन शुरू किया है। इस योजना में वर्षा जल संचयन के लिए देश के प्रत्येक जनपद में 75 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा रहा है। अमृत सरोवर मिशन का श्रीगणेश उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से हुआ है।
देश का पहला अमृत सरोवर ग्राम पटवाई में 60 लाख रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ। इसका उद्घाटन भी हो चुका है। उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य सभी राज्यों में अमृत सरोवर बनाने का कार्य युध्द स्तर पर जारी है। आगामी 15 अगस्त, 2023 तक 50 हजार अमृत सरोवर निर्मित करने का लक्ष्य है। अमृत सरोवर मिशन के तहत बन रहे तालाबों की खुदाई-सफाई की जा रही है। इन तालाबों को अतिक्रमण से बचाने के लिए चहारदीवारी बनाई जा रही है। इनमें गाँव का गन्दा पानी किसी भी दशा में नहीं डाला जाएगा। गाँव के गन्दे पानी को तालाब में तभी डाला जा सकेगा। जब उसका ट्रीटमेंट कर दिया जाएगा। इन तालाबों में मुख्य रूप से बारिश का पानी एकत्र किया जाएगा।
कासिम चचा इस पर बोले- अमृत सरोवर को जल संरक्षण के लिए ही नहीं, बल्कि गांव के पिकनिक स्पॉट के तौर पर विकसित किया जा रहा है। तालाब के किनारे बरगद, पीपल, नीम, आंवला व आम सहित अन्य छायादार, फल-फूल व औषधीय पौधे रोपे जा रहे हैं। तालाब के घाटों पर बैठने के लिए सीमेंट की बेंच होंगी।
तालाब के चारों तरफ प्रकाश के लिए सोलर लाइट्स लगी होंगी। अमृत सरोवर के घाटों पर सुरम्य वातावरण होगा। ग्रामीण इन तालाबों पर सुबह की सैर कर सकेंगे। इस खूबसूरत वातावरण में लोग योगाभ्यास, व्यायाम भी कर सकेंगे। एक एकड़ क्षेत्रफल में बने अमृत सरोवर में 10 हजार घनमीटर पानी धारण करने की क्षमता होगी। उत्तर प्रदेश में कुल 789 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन सुविधा सम्पन्न और सुंदर अमृत सरोवर जल संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। हम सब भविष्य में आने वाले जल संकट से बच सकेंगे। इन तालाबों पर ग्राम पंचायत स्तर से सामुदायिक, धार्मिक कार्यक्रम, रामनवमी, कृष्ण जन्माष्टमी व राष्ट्रीय पर्व इत्यादि के आयोजन किए जाएंगे।
मैंने कोरोना अपडेट देते हुए प्रपंचियों को बताया कि विश्व में अब तक 57 करोड़ 36 हजार से अधिक लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 64 लाख से अधिक लोगों को बचाया नहीं जा सका। इसी तरह भारत में अब तक चार करोड़ 38 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। देश में अब तक पांच लाख 26 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में अभी तक कोरोना वैक्सीन की 201 करोड़ से अधिक डोज लगाई जा चुकी हैं। देश की 92.8 करोड़ आबादी को कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं। भारत में टीकाकरण अभियान अंतिम चरण में है। बूस्टर डोज भी बड़ी तेजी से लगाई जा रही है। भारत में बड़े पैमाने पर मुफ्त टीकाकरण होने से कोरोना नियंत्रित है।
अंत में चतुरी चाचा ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इसी के साथ आज का प्रपंच समाप्त हो गया। मैं अगले रविवार को चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे पर होने वाली बेबाक बतकही के साथ फिर हाजिर रहूँगा।
तब तक के लिए पँचव राम-राम!