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स्नातक व शिक्षक चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत से चुनाव जीतेगी: प्रभात सिंह

वाराणसी। एक दिसम्बर को होने वाले विधान परिषद के स्नातक तथा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। वहीं पिछले 2014 के विधान परिषद चुनाव में निर्दल प्रत्याशी रहें डॉ अवधेश सिंह ने भाजपा प्रत्याशी व एमएलसी केदारनाथ सिंह को बड़ी टक्कर दी। हालांकि उस चुनाव में डॉ अवधेश सिंह द्वितीय स्थान पर रहें। और लोकसभा चुनाव के पहलें अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा में शामिल हो गए।

चुनाव पर चर्चा करतें हुए भाजपा विधायक डॉ. अवधेश सिंह के पुत्र व भाजपा नेता प्रभात सिंह मिंटू ने क्लाउन टाइम्स से एक अनौपचारिक बातचीत में कहा कि पिछला चुनाव हारने का सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस पार्टी के मदभेत का कारण है। उस चुनाव में मेरे पिता जी को चुनाव के ठीक दो महिने पहले टीकट मिला था और ठीक चुनाव के पहलें कांग्रेस के नेताओं ने चार अन्य प्रत्याशियों को समर्थन दे दिया। जिसके वजह से वोटर कुछ समझ नहीं पाये और हमलोग कम मतों से चुनाव हार गये।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा गलत है वह दोहरे चरित्र की राजनीति करती है। जिसके परिणाम के कारण प्रत्याशी व कार्यकर्ता कुछ समझ नहीं पाते और हमेशा चुनाव हार जाते है। श्री मिंटू ने कहा कि स्नातक तथा शिक्षक के चुनाव में पार्टी मोदी तथा योगी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। इसके लिए हमलोग कटिबद्ध है। और ग्रेजुएट युवा- नौजवान पूर्णरूप से समर्पित है। स्नातक के चुनाव में प्रथम वरियता का मत देकर भाजपा प्रत्याशियों को जीतायेगे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को नौजवानों के प्रति कोई सोच नहीं है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में 60 हजार से ज्यादा शिक्षकों को नौकरियां दी है। श्री मिंटू ने कहा कि पार्टी ने हमलोगों को पिंडरा विधानसभा में तीन ब्लाक में ज्यादा से ज्यादा वोट डलवाने की जिम्मेदारी दी गई है। जिसमें पिंडरा, बड़ागांव व चोलापुर ब्लाक है। हमलोगों की तैयारी पूरी है। एक दिसम्बर को ज्यादा से ज्यादा वोट दिलवाने का काम किया जायेगा।

ये रहा समीकरण

उत्तर प्रदेश की कुल 100 विधान परिषद सीटें हैं। इनमें से बीजेपी के पास महज 21 सदस्य हैं, जबकि सपा के पास 55 सदस्य हैं और बसपा के पास 8 विधान परिषद सदस्य हैं। इसके अलावा कांग्रेस के पास दो सदस्य हैं, जिनमें से एक सदस्य दिनेश प्रताप सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इनके अलावा 5 सदस्य स्नातकों के द्वारा चुने जाते हैं और 6 सदस्य शिक्षक संघ के द्वारा चुनकर आते हैं। इन सदस्यों के क्षेत्र कई जिले और कई मंडलों को मिलकर होते हैं।

एमएलसी शिक्षक-स्नातक चुनाव का मतदान एक दिसंबर को होगा। मतदान सुबह आठ बजे शुरू होकर शाम पांच बजे तक होगा। इसका परिणाम तीन दिसंबर को आएगा। प्रदेश में 11 शिक्षक-स्नातक विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल छह मई 2020 को समाप्त हो गया था।

रिपोर्ट-जमील अख्तर

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