लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. सुनील सिंह ने तीसरे विकल्प की बात कर उप्र का सियासी पारा चढ़ा दिया है। प्रदेश में आयोजित भ्रमण कार्यक्रम में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा है कि उप्र विधानसभा चुनाव 2022 अब ज़्यादा दूर नहीं है। उप्र में अबकी बार किसानों की ही सरकार बनेगी। किसानों की लड़ाई लोकदल लड़ता आया है और आगे भी लड़ता रहेगा।
- लोकदल बनेगा उप्र में तीसरा विकल्प।
- भाजपा के भ्रष्टाचार से लोग हो चुके हैं त्रस्त।
- अबकी बार होगी सिर्फ़ किसानों की सरकार।
उन्होंने कहा कि इस बार लोकदल जो हमेशा से किसानों की लड़ाई लड़ती आई है उप्र में तीसरा विकल्प बनेगी। बसपा और सपा दोनों ही भाजपा की ‘बी’ टीम बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी को भाजपा की ‘बी’ टीम बताते हुए चौ. सुनील सिंह ने कहा कि उप्र की सियासत में भाजपा की सहायक सियासी पार्टी के रूप में प्रदेश की जनता को ठगने का काम बसपा और सपा ने बखूबी निभाया है।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए श्री सिंह ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से तालीम हासिल करने वाला किसानों के दर्द को क्या जाने।यही कारण है कि किसान आंदोलन को आज आठ महीने से ज़्यादा होने को आया लेकिन अखिलेश आजतक किसानों के दर्द, उनके त्याग, उनके जज़्बातों को जानने के लिये गाज़ीपुर सीमा नहीं जा सके। बसपा मुखिया मायावती को तो पहले भी किसानों के दर्द से कोई लेना देना नहीं था।
उन्होंने कहा कि यह दोनों ही पार्टी के मुखिया इतना भ्रष्टाचार कर चुके हैं कि अब ये भाजपा की ‘बी’ टीम बन कर रह गईं हैं।केंद्र ने देश और प्रदेश को तबाह किया चौ. सुनील सिंह ने केंद्र की मोदी और उप्र की सरकारों पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि आज देश में सिर्फ तबाही ही तबाही है।बांग्लादेश जैसे छोटे से मुल्क की जीडीपी ग्रोथ आज भारत से कहीं ज़्यादा है। ये शर्म की बात है।
श्री सिंह ने कहा कि देश की केंद्र हुकूमत कोरोना में घोटाला और भ्रष्टाचार करने में लगी रही है। भाजपा और सपा एक सिक्के के दो पहलू श्री सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने ने कहा कि लोकदल किसानों के हित की और नौजवानों को रोजगार देने की बात करेगी।