रायबरेली। तू डाल-डाल मै पात-पात कुछ ऐसी ही कहावत को आजकल हैकर चरितार्थ कर रहे है। रायबरेली की एक युवती तनिक भी असावधानी दिखाती तो कोई भी अनहोनी से इंकार नही किया जा सकता था। आप लोग आरोग्य सेतु एप से परिचित होंगे और अधिकांश लोग डाऊनलोड भी किये है। उस युवती ने भी किया । एक दिन उसने उसमें लिखा की उसे जुकाम है ठीक नही हो रहा। उसके थोड़ी देर बाद उसे 8045701105 से फोन आया और फोन पर जानकारी पूंछी गयी ।
साथ ही घर पर ही रहने की सलाह दी गयी ।उस युवती से उसका मोबाइल नम्बर भी पूँछा गया उसने बता दिया। यहां तक तो ठीक था। उसके बाद उसके व्हाटसप पर 8077782482 नम्बर से हाय लिखा मैसेज आया युवती ने जबाव दिया और परिचय पूँछा। उधर से लिखा गया डा सुनील जोशी आपको क्या दिक्कत है। युवती ने बताया जुकाम है खैर डाक्टर साहब ने नाम, पता, जन्मतिथि भी पूंछी जिसपर युवती ने 19 साल बतायी।
जानकारी लेने वाले ने साथ-साथ यह भी पूंछ लिया की मैरिड या अनमैरिड तो उसने लिखा अनमैरिड खैर इतना सब पूछने के बाद उन डाक्टर महोदय ने दवा लिखी और मंगाने के लिये बोला। उसके बाद फिर दुसरे दिन उसी नम्बर से आराम मिलने की बात पूंछी गई। इसके बाद सिलसिला आगे बढ़ा उसने लिखा एफबी पर हो युवती ने ना में जबाब दिया। फिर पूँछा लंच हुआ युवती ने हाँ मेें जबाब दिया। इस तरह उसने बहुत सी बाते पूछ ली, और युवती बताती गयी। फिर वह बोल पड़ा अपनी फोटो दो देखनी है।
तब युवती को शंका हुयी की डाक्टर फोटो क्या करेगा उसने टालने के लिहाज से बोला हम आपको जानते नही और बिना कारण हम अपनी फोटो किसी को क्यो दें। डाक्टर का मैसेज आया जो जानना है जान लो। फिर कई बार उसने फोटो मांगी युवती ने बोला आप अपनी फोटो दिखाये हम जानना चाहते है आप कौन है।
इस पर उसने स्टेटस में फोटो लगा के कुछ देर में हटा दिया। खैर युवती ने उस डाक्टर की स्टेटस सहित सभी चैट की स्किन शॉट ली और अपने एक जानकार को इसकी जानकारी दी और कथित डाक्टर का नम्बर ब्लाक कर दिया। होते करते जब यह जानकारी इस पत्रकार को मिली तो उसने उस जानकार के माध्यम से युवती से सम्पर्क साधा तब उसने नाम न छापने की शर्त पर पूरी घटना बताई और सारे स्किन शॉट भी इस पत्रकार को उपलब्ध कराए।
इस पत्रकार ने स्वयं उस डाक्टर के नम्बर पर फोन किया तो बन्द मिला। फिर नम्बर सेव कर मैसेज किया। आप फोटो क्यो मांग रहे है। इतना देखते ही उस डाक्टर ने पत्रकार का नम्बर ब्लाक कर दिया फिर दुसरे नम्बर से उस युवती का नाम बता कर मैसेज करवाया गया। साथ ही बताया गया की आपकी सारी चैट एक पत्रकार को दे दी गयी उस कथित डाक्टर ने वह नम्बर भी ब्लाक कर दिया। फिर उस जानकार के माध्यम से युवती से पता किया गया की ब्लाक खोल के देखो तो पता चला उस तथाकथित डाक्टर ने मामला बिगड़ता देख उस युवती का भी नम्बर ब्लाक कर दिया।
आप इसी से यह अंदाजा लगा सकते हैं की किस प्रकार से हैकर सक्रिय हो सकते है। तथाकथित डाक्टर भी मामले को बिगड़त देख फिर कोई मैसेज उस युवती के नम्बर पर नही किये। अगर इस मामले में युवती जागरुक न होती तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी। आप इसी से बात से समझ सकते हैं की इतना महत्वपूर्ण यह एप है जिसे रोजाना सरकारें डाऊनलोड करने पर जोर दे रहीं हैं उसमे क्या इस तरह के वायहात डाक्टर होंगे।
इसलिये सावधानी जरूरी है आपको कहीं भी शंका हो तो जिले के सक्षम अधिकारियों से इसकी शिकायत कर सकते है। कहीं ऐसा न हो की कोई भी आपसे अपनी निजी के विषय में जानकर या आधार बैंक की पासबुक या एटीएम नम्बर जान कर आपका नुकसान कर दे। इस सम्बंध मे सीएमओ से जानकारी की गयी तो वो बोले इस सम्बंध में उन्हें अधिक जानकारी नही है आप डीपीएम से बात करें और उनका नम्बर दिया। डीपीएम राकेश सिंह ने बताया की जो चैट और तरीका अपने बताया पूरी तरह गलत है। इस सम्बंध मे लखनऊ ऑफिस से जानकारी की जायेगी।