सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) अगले साल अपने पाठ्यक्रम में कमी कर सकता है. इस बारे में बोर्ड जल्द ही ऐलान भी कर सकता है. इसके तहत नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) से पढ़ाई करवाने वाले 22 राज्यों में 2020-21 एकेडमिक सत्र के लिए 9वीं से 12वीं के कोर्स में एक-तिहाई कमी की जा सकती है. इसके लिए NCERT और CBSE बोर्ड के विशेषज्ञों की एक कमेटी ने पाठ्यक्रम में कटौती का खाका तैयार कर लिया है.
सुझावों के आधार पर तैयार की रिपोर्ट
पाठ्यक्रम घटाने पर काम कर रही कमेटी ने विभिन्न स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों, राज्यों, शिक्षाविद और शिक्षकों के सुझावों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर ली है. हालांकि, इस दौरान कमेटी ने इस बात का ख्याल रखा है कि एक पूरा चैप्टर या हटाने की उन टॉपिक्स को हटाया जाए, जो या तो दोहराए गए है या जिसे अन्य अध्यायों के तहत कवर किया जा सकता है. दरअसल, कोरोना और लॉकडाउन के कारण समय और पढ़ाई को हुए नुकसान के मद्देनजर बोर्ड इस पर विचार कर रही है.
CISCE पहले ही कम कर चुका सिलेबस
वहीं, 8वीं तक की कक्षाओं के लिए CBSE ने स्कूलों को खुद पाठ्यक्रम पर फैसला करने को कहा है. इससे पहले पिछले हफ्ते, काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने भी अगले एकेडमिक सेशन में 10वीं- 12वीं के सभी प्रमुख विषयों के सिलेबस को 25 फीसदी तक कम करने की घोषणा की थी. इस बारे में बोर्ड ने एक ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि, मौजूदा सत्र 2020-21 के दौरान अनुदेशात्मक घंटों में होने वाले नुकसान के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है.