लखनऊ। उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर श्याम नन्दन सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले का स्वागत किया है जिसमें कहा गया है कि केन्द्र सरकार गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की दिशा में काम करे। आयोग अध्यक्ष ने गाय को पशु कहे जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होने कहा है कि सनातन धर्म में माता का स्थान प्राप्त है, इस लिए गऊ माता कह कर सम्बोधित किया जाना चाहिए।
आयोग अध्यक्ष पैरो. सिंह ने गौहत्या के आरोपी की जमानत याचिका को रद्द किए जाने का भी स्वागत किया है। उन्होंने कहाहै कि गायों को किसी एक धर्म के दायरे में नहीं बांधा जा सकता। गौरक्षा को हर भारतीय का मौलिक अधिकार मानते हुए यह भी कहा है कि गाय भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा है और अपनी संस्कृति को बचाने रखने की जिम्मेदारी प्रत्येक भारतवासी की जिम्मेदारी है।
उन्होंने न्यायालय द्वारा की गई टिप्पणी के आलोक में केन्द्र सरकार से आग्रह किया है कि गाय को राष्ट्रीय पशु अथवा राष्ट्रमाता घोषित करने हेतु संसद में बिल प्रस्तुत किया जाना चाहिए। गाय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि गाय हमारी भारतीय संस्कृति का मूल आधार है तथा गाय को भारत देश में मां के रूप में पूजा जाता है। गाय के संरक्षण एवं संवर्धन करने से उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश का चतुर्दिक विकास हो सकेगा।