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चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…सब जने केरी रिपोर्ट निगेटिव आय गय!

चतुरी चाचा आज बड़े प्रसन्न मुद्रा में बैठे थे। उनके आजु-बाजू ककुवा व बड़के दद्दा विराजमान थे।वहीं, कासिम चचा व मुंशीजी तपता ताप रहे थे। क्योंकि, हल्की धूप खिल जाने के बाद भी ठंडक थी। हमेशा की तरह हाथ धोने के लिए साबुन-पानी रखा था। गलियारे से गुजरने वालों को देने हेतु सेनिटाइजर और मॉस्क भी रखे थे। चतुरी चाचा ने आज पहली बार चबूतरे के निकट ही तपता (अलाव) जलवाया था।  मेरे प्रपंच चबूतरे पर पहुंचते ही चतुरी चाचा चहक पड़े। वह बोले- देखेव रिपोर्टर, अपने गांव माँ कौनव कोरोउना पॉजीटिव नाय निकरा। परवं कयू जने क्यार रैंडम टेस्ट भा रहय। काल्हि सब जने केरी रिपोर्ट निगेटिव आय गय। इलाके मा 17 मरीज मिलि चुके हयँ। अपने गाँव ते सटे पुरवम तीन कोरोउना पीड़ित मिले हयँ। जब तलक हम सब जने मॉस्क अउ दुई गज दूरी वाला नियम कड़ाई ते मानब। तब तलक अपन पूरा गाँव कोरोउना महाब्याधि ते बचा रही।

बड़के दद्दा बोले- चतुरी चाचा, इसमें आपकी बड़ी भूमिका है। आपने ही हम लोगों को शुरू से ही जागरूक और अनुशासित कर रखा है। आपने हम लोगों को मॉस्क न लगाने और उचित दैहिक दूरी न रखने पर डाँटा-फटकारा ही नहीं, बल्कि आपने गांव में मॉस्क व सैनिटाइजर भी वितरित किया। इसी वजह से हम सब जरा भी ढिलाई नहीं बरत रहे हैं। घर से निकलते ही हम सबके मुँह पर मॉस्क या गमछा बंध जाता है। बाजार-हाट में हम लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं। फलस्वरूप, पिछले आठ महीने में अपने गांव के किसी व्यक्ति को कोरोना नहीं हुआ। जबकि क्षेत्र में तकरीबन डेढ़ सौ लोग कोरोना की गिरफ्त में आ चुके हैं। पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है। अब हमारे गाँव से अन्य गाँव के लोग भी प्रेरित हो रहे हैं।

इसी दौरान चंदू बिटिया गुनगुना नींबू पानी व गिलोय का काढ़ा लेकर आ गई। सबने गुनगुना पानी पीकर काढ़े का कुल्हड़ उठा लिया। ककुवा अपने शाल से एक पोटली चंदू को देते हुए बोले- लेव बिटिया गाजर कय हलुवा खाव जाय। पहिले यहिका अपनी मम्मी ते गरम करवाय लेहव। हमरी बहुरिया काल्हि रातिमा बनाइस रहय। चंदू बिटिया गाजर के हलुवे की पोटली लेकर फुर्र हो गई। चतुरी चाचा बोले- ककुवा तौ आजु सुदामा वाला रोल किहिन हय। बताव, शाल केरे भीतर हलुवा लुकाय बैठि रहयं। हम पंचे जानिन न पावा। अब पूछव हलुवा छुपावैक कौन जरूरत रहय। का हम सब जने छीन कय खाय लेइत। ककुवा बोले- चतुरी भाई, पहिल बाति तुम हमका ककुवा न कहा करव। सब जने हमका ककुवय न कहव। कुछ जने तौ भाईचारा बनाये रखव। गाँव भर मिलिके हमका जग-ककुवा बनाय देहौ। इस बात पर हम लोग खिलखिला कर हंस पड़े।

मुंशीजी ने विषय परिवर्तन करते हुए कहा- चीन अब सामने से ढीला पड़ गया है। परंतु, वह पाकिस्तान से मिलकर भारत में आतंकवादी भेज रहा है। चीन आतंकवादियों को गोला-बारूद और बंदूकें मुहैय्या करवा रहा है। दोनों दुश्मन देश भारत से सामना करने के बजाय पीठ में छुरा घोंप रहे हैं। हालांकि, भारत के वीर सैनिक इन दोनों को हर मोर्चे पर मुँहतोड़ जवाब दे रहे हैं। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुशल रणनीति से विश्व के सभी मजबूत देश भारत के साथ खड़े हैं। पूरी दुनिया में चीन और पाकिस्तान को खलनायक की तरह देखा जा रहा है। हम सबको चीन के हर एक उत्पाद का बहिष्कार करना चाहिए। इससे चीन को भारी आर्थिक नुकसान होगा।

कासिम चचा ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन अंतिम चरण में है। अगले साल अप्रैल में कोविड वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। कल प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद, पुणे व हैदराबाद जाकर लैब में कोरोना वैक्सीन के परीक्षण-उत्पादन की वस्तुस्थिति देखी-समझी है। पूरे देश में केंद्र सरकार के निर्देशन में राज्य सरकारें टीकाकरण की तैयारी में अभी से जुट गई हैं। बस, जरूरत इस बात की है कि हम लोग तबतक मॉस्क और दो गज की दूरी का पालन करते हुए समय-समय पर हाथ धोते रहें।

हमने कोरोना अपडेट देते हुए बताया कि कोरोना महामारी के मामले में भारत विश्व में दूसरे नम्बर पर है। सबसे आगे अमेरिका है। दुनिया में अबतक छह करोड़ 15 लाख से अधिक लोग कोरोना से पीड़ित हो चुके हैं। इनमें से 14 लाख 33 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो गई। इसी तरह भारत में 93 लाख 50 हजार से अधिक लोग कोरोना के शिकार बन चुके हैं। अबतक एक लाख 36 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना ने जान ले ली है। यूपी में कुल पांच लाख 38 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में साढ़े सात हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।

अंत में चतुरी चाचा ने सबको कार्तिक पूर्णिमा, गुरु नानक जयन्ती व देव दीपावली की अग्रिम बधाई दी। इसी के साथ आज का प्रपंच समाप्त हो गया। मैं अगले रविवार को एक बार फिर चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे पर होने वाली बेबाक बतकही को लेकर हाजिर रहूँगा। तबतक के लिए पँचव राम-राम!

नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान

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