ककुवा ने प्रपंच का आगाज करते हुए कहा- कहय तौ पांच राज्यन म विधानसभा चुनाव होय रहे। मुला, सबसे जादा जोरु उत्तर प्रदेश म हय। पूरे देस क ध्यान यूपी पय हय। काहे ते यूपी क्यार परिणाम दिल्ली दरबार पय असर डरत हय। इ चुनाव म यूपी क जो जीती। ...
Read More »Tag Archives: चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…
चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…कोरोउना बंदी मा खेती क्यार बड़ा नुकसान भवा
कोरोना काल में किसानों के भारी नुकसान की बात करते हुए ककुवा बोले- कोरोउना बंदी मा खेती क्यार बड़ा नुकसान भवा। मुला यहिकी चर्चा कहूँ नाय होय रही। सब जगह व्यापारिन केरे घाटे क बातें होय रहीं। किसानन केरे घाटे क बाति कोऊ नइ कय रहा। सब्जी, फल, फूल केरी ...
Read More »चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…परधानी क्यार चुनाव हमरे वश का नाइ हय!
आज प्रपंच चबूतरे पर नीम की घनी छांव के बीच गुनगुनी धूप झांक रही थी। अलाव और कुर्सियां नदारद थीं। चतुरी चाचा की टोपी और शाल भी गायब थी। चबूतरे के आसपास बसंत बहार छाई थी। आसपास का माहौल देखकर लग रहा था कि फाल्गुन आने वाला है। चतुरी चाचा ...
Read More »चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…अंग्रेजी सब बंटाधार किहे हय
आज चतुरी चाचा अपने प्रपंच चबूतरे पर मुंशीजी व कासिम चचा के संग बड़े प्रफुल्लित बैठे थे। मेरे पहुंचते ही चहक पड़े। चतुरी चाचा बोले- रिपोर्टर, आज मौसम बहुत बढ़िया है। सुबह ही धूप खिल गयी। अब ऐसा ही मौसम रहे। कोहरा और पाला न पड़े। वरना, आलू, मटर, सरसों ...
Read More »चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…विपक्षी दलों ने किसानों को बरगला दिया है!
चतुरी चाचा आज बड़े खुश दिख रहे थे। मुंशीजी व कासिम चचा उन्हें घेरे बैठे थे। तीनों जन कोरोना पर बात कर रहे थे। मेरे पहुंचते ही बोले- रिपोर्टर, कोरोना से मुक्ति पाने की घड़ी करीब आ रही है। भारत में भी कुछ हफ्तों बाद कोरोना का टीका लगना शुरू ...
Read More »चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…सब जने केरी रिपोर्ट निगेटिव आय गय!
चतुरी चाचा आज बड़े प्रसन्न मुद्रा में बैठे थे। उनके आजु-बाजू ककुवा व बड़के दद्दा विराजमान थे।वहीं, कासिम चचा व मुंशीजी तपता ताप रहे थे। क्योंकि, हल्की धूप खिल जाने के बाद भी ठंडक थी। हमेशा की तरह हाथ धोने के लिए साबुन-पानी रखा था। गलियारे से गुजरने वालों को ...
Read More »चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…जब तलक टीका न आय जाय, तब तलक सावधानी बरती जाए
आज चतुरी चाचा अपने प्रपंच चबूतरे पर चिंतन मुद्रा में बैठे थे। चबूतरे पर कुछ मॉस्क और सेनिटाइजर की शीशी रखी थीं। एक कोने पर बाल्टी में पानी, मग व साबुनदानी भी रखी थी। चबूतरे के आसपास कुछ दूरी पर प्लास्टिक कुर्सियाँ पड़ी थीं। मेरे पहुंचते ही वह बोले- पूरे ...
Read More »चतुरी चाचा के प्रपंच चबूतरे से…चुनाव की चिल्ल-पों के आगे कोरोना महामारी और बलात्कार की घटनाएं ठंडे बस्ते में!
आज प्रपंच चबूतरे पर चतुरी चाचा के साथ मुंशीजी व कासिम चचा पहले से ही जमे थे। वह लोग मेरा, ककुवा व बड़के दद्दा का इंतजार कर रहे थे। मेरे पहुंचते ही चतुरी चाचा बोले-रिपोर्टर, तुमको सबसे पहले आना चाहिए। देखो ये लोग पच्छे टोला से आ गए। हमने उन्हें ...
Read More »