• सरयू के घाटों पर उमड़ी भीड़, परिवार की सुख शांति की किया कामना।
अयोध्या। लोक आस्था एवं सूर्य उपासना का पर्व छठ पूजा पर अस्ताचलगामी सूर्य को व्रती महिलाओं ने अर्घ्य दिया।रामनगरी में सरयू तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ा। देवी गीतों की गूंज थी छठी मैया के जयकारें के साथ भगवान सूर्य की आराधना की गई। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर सप्तमी तक महापर्व मनाया जाता है। अर्घ्य देने के दौरान परिवार के सुख शांति की कामना की गई।
रविवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान रामनगरी के घाटों के परिवेश में आस्था व भक्ति के मिश्रित रंग दिखाई दिये।शहर में भी छठ पूजा पर सूर्य को अस्ताचलगामी अर्घ्य व्रती महिलाओं ने दिया।
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राम नगरी में गुप्तार घाट, राम पैढी, नया घाट, के अलावा सरयू घाटों कुंडों पर महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी। सरयू नदी में खड़े होकर सभी सूर्य को अर्घ्य दिया। पर्व के दौरान बांस से निर्मित सूप, गुड़ चावल व गेंहू से निर्मित प्रसाद व फलों के बीच देवी गीतों को गाती महिलाओं में भारतीय लोकपरम्पराएं दिखाई दी।
सूर्यास्त के समय व्रती महिलाओं ने पानी व दूध के मिश्रण से अर्घ्य दिया। सूप में फल, ठेकुआ, गन्ना, नारियल, चावल के लड्डू, मूल, कंदमूल रखकर पूजा की। महिलाओं के साथ परिवार के सदस्य पर भी घाटों पर भी मौजूद रहे। दर्शन नगर में सूर्य कुंड में व्रती महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य दिया।
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इसके अलावा सोहावल, मिल्की पुर, बीकापुर, पूराबाजार, मया बाजार, नगर पंचायत गोसाईगंज सहित अनेक बाजारों के अलावा ग्रामीण विकास क्षेत्रों में तालाबों, पोखरों सरोवरों के तट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य व्रती महिलाओं ने परम्परा के अनुसार दिया।
इस पर्व का यह तीसरा दिन था। 36 घंटे निर्जला रहने वाली व्रती कल सूर्योदय के समय अर्घ्य देंगी। उसी के बाद इस व्रत का पारण होगा। पुलिस प्रशासन व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने में प्रयासरत रहा।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह